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कोलकाता व भुवनेश्वर में छाया शोक, प्रकाश भुरा, सुभाष भुरा तथा अंजना भुरा ने जताया गहरा शोक
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श्रीजैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, भुवनेश्वर की ओर से व्यक्त की गई गहरी संवेदना
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डाक्टर मनीषा बैद का परलोकगमन अत्यंत दुखदायी – संजय लाठ
अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
उत्कल बिल्डर्स, भुवनेश्वर के निदेशक संदीप बैद की पत्नी दंतरोग विशेषज्ञ डाक्टर मनीषा बैद का 23 मई को सुबह कोलकाता के एक अस्पताल में कोरोना के कारण असामयिक निधन हो गया. वे मात्र 44 साल की थीं. गत 28 अप्रैल को कोरोना का लक्षण पाये जाने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन भाग्य का खेल निराला होता है. सभी प्रकार से उनको बचाने का हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन अस्पताल के डाक्टर उन्हें बचा न सके. गौरतलब है कि श्री भवंर लाल जी बैद की पुत्रवधू तथा संदीप जी बैद की पत्नी मनीषा बैद स्वभाव में एक जनसेवी थीं तथा वे अपने मरीजों का इलाज मित्रवत करतीं थीं. भवंर लाल बैद अखिल भारतीय तेरापंथ भवन के मुख्य ट्रस्टी के साथ-साथ, भुवनेश्वर तेरापंथ भवन के भी ट्रस्टी हैं. यह भी ज्ञातब्य हो कि वे उत्कल बिल्डर्स, भुवनेश्वर के प्रकाश भुरा तथा सुभाष भुरा के मामाजी हैं, जिनकी लाडली थीं दंतरोग विशेषज्ञ डाक्टर मनीषा बैद. उनके असामयिक निधन पर संवेदना व्यक्त करनेवालों में उनके पति संदीप बैद, प्रकाश भुरा, सुभाष भुरा तथा अंजना भुरा, श्रीजैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, भुवनेश्वर-परिवार, मारवाड़ी सोसाइटी, भुवनेश्वर, एफटीएस, भुवनेश्वर, श्रीहरिसत्संग सेवा समिति, भुवनेश्वर, जैन समाज, भुवनेश्वर, तेरापंथ समाज, माहेश्वरी समाज, उत्कल अनुज हिन्दी पुस्तकालय-परिवार, भुवनेश्वर समेत कोलकाता, कटक, राजस्थान तथा पूरे भारत के उनके हजारों शुभचिंतक शामिल हैं. लोगों ने भगवान से उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करने की कामना की है. मारवाड़ी सोसाइटी, भुवनेश्वर के अध्यक्ष संजय लाठ ने शोक जताये हुए कहा कि कोरोना संक्रमणकाल में जहां डाक्टर ही भगवान के रुप हैं, ऐसे में डाक्टर मनीषा बैद का परलोकगमन अत्यंत दुखदायी है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.