भुवनेश्वर. चक्रवात यश को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, जाजपुर और मयूरभंज में 18 टीमों को पहले से तैनात कर दिया है, जबकि 4 टीमें मुंडली में एनडीआरएफ की तीसरी बटालियन मुख्यालय में स्टैंडबाय पर हैं. एनडीआरएफ के डीजी सत्यनारायण प्रधान ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इसी तरह आने वाले चक्रवात के मद्देनजर एनडीआरएफ की टीमों को शनिवार को पटना से पश्चिम बंगाल के लिए एयरलिफ्ट किया गया.
भारतीय नौसेना ने कहा कि वह चक्रवाती तूफान की गति पर करीब से नजर रखे हुए है. भारतीय नौसेना ने बताया कि मुख्यालय, पूर्वी नौसेना कमान और पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा क्षेत्र के नौसेना अधिकारियों ने चक्रवात यश के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए प्रारंभिक गतिविधियों को अंजाम दिया है और आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करने के लिए राज्य प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं.
तैयारियों के हिस्से के रूप में आठ बाढ़ राहत दल और चार गोताखोर दल मौजूदा संसाधनों को मजबूती प्रदान करने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तैनात हैं. ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट के साथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए चार नौसैनिक जहाज मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), गोताखोरों और चिकित्सा टीमों के साथ मदद करने के लिए स्टैंडबाय पर हैं.
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने, हताहतों को निकालने और आवश्यकतानुसार राहत सामग्री के हवाई सर्वेक्षण करने के लिए नौसेना के विमानों को नौसेना वायु स्टेशनों, विशाखापट्टनम में आईएनएस देगा और चेन्नई के पास आईएनएस राजाली में तैयार रखा गया है.
चक्रवात यश को लेकर एनडीआरएफ ने बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, जाजपुर और मयूरभंज में 18 टीमों को पहले से तैनात कर दिया है, जबकि 4 टीमें मुंडली में एनडीआरएफ की तीसरी बटालियन मुख्यालय में स्टैंडबाय पर हैं.@satyaprad1https://t.co/Zk7gC8MIkQ
— INDO ASIAN TIMES (@indo_times) May 23, 2021