हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
बंगाल की खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवाती तूफान यश 26 मई को उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश तट के बीच लैडफाल कर सकता है. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
जेना ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, उत्तरी अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में कल तक एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है.
इसके 23 मई तक दबाव और 24 मई तक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ ही 26 मई को उत्तरी ओडिशा तट और बांग्लादेश के बीच लैंडफाल करने की संभावना है.
जेना ने हालांकि कहा कि बारिश सहित चक्रवाती तूफान के सटिक पथ, लैंडफॉल का स्थान, गति, तीव्रता और संभावित प्रभाव का अभी तक अनुमान नहीं लगाया गया है. इसका सही आंकलन अभी होना बाकि है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने आज विभिन्न राज्यों के साथ चर्चा की और तैयारियों की समीक्षा की. एसआरसी ने बताया कि ओडिशा सरकार ने जिला कलेक्टरों और एसपी, लाइन विभागों, दूरसंचार ऑपरेटरों, बिजली विभाग के सहयोग से कई प्रारंभिक उपाय कर चुकी है.
राज्य सरकार तटरक्षकों के संपर्क में है. जेना ने कहा कि वे अब गहरे और अशांत समुद्री क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कल शाम तक कोई भी नाव समुद्र में न रहे.
उन्होंने कहा कि संभावित चक्रवात को देखते हुए लोगों की निकासी, आश्रय प्रबंधन, चक्रवात के बाद बहाली के लिए आवश्यक अन्य सभी प्रारंभिक उपाय पूरे जोरों पर हैं. उन्होंने कहा कि ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ओडिशा दमकल सेवा के कर्मियों को एकत्र किया जा रहा है, ताकि उन्हें उचित समय पर संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जा सके.