Sat. Apr 19th, 2025
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक ने किया अन्य राज्यों की तुलना में ओडिशा की बेहतर स्थिति का दावा

कटक स्थित जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में टीकाकरण अभियान के तहत कोरोना टीका की दूसरी खुराक देने की प्रक्रिया चल रही है. सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुरक्षित और सुचारू रूप से संचालित होने वाली प्रक्रियाओं के साथ की गई हैं. इसके अतिरिक्त, यूपीएचसी और यूसीएचसी में भी टीकाकरण किया जा रहा है.

भुवनेश्वर. ओडिशा में दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले आज 98 हजार के ऊपर पहुंच गये. आज तक ओडिशा में कोरोना संक्रमण के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 98230 हो गयी. राज्य में अब तक 10661647 कोरोना जांच की जा चुकी है. इनमें से अब तक 565648 पाजिटिव पाये गये तथा 465133 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं. राज्य में अब तक 2,232 रोगियों की मौत कोरोना से हो चुकी है. 53 अन्य कोरोना रोगियों की मौत अन्य वजहों से हुई है. ओडिशा में आज तक 98230 मामले हैं. राज्य में पिछले कई दिनों से दैनिक कोविद-19 संक्रमण के मामले लगभग 10,000 तक मंडरा रहे हैं.

ओडिशा में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि स्थिति अभी भी नियंत्रण में है. सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ निरंजन मिश्र ने बुधवार को कहा कि राज्य की स्थिति राष्ट्रीय औसत से बहुत बेहतर है, क्योंकि यह पहले की भविष्यवाणी की तुलना में दैनिक पाजिटिव मामलों की संख्या कम दिखायी दे रही है. उन्होंने कहा कि हमने पहले इस समय तक लगभग 1.5 लाख सक्रिय मामलों की भविष्यवाणी की थी, लेकिन यह आंकड़ा एक लाख से नीचे है. डा मिश्र ने कहा कि दैनिक पाजिटिव मामलों की संख्या भी नियंत्रण में है. उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार के उपायों के कारण स्थिति अभी भी नियंत्रण में है. साथ ही उन्होंने आगाह भी किया कि पाजिटिव की दर को कम करने के लिए हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी.

मिश्र ने कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए एक सरल विधि अपनाने की सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि इसके लिए विशेष रूप से उचित कोविद नियमों का पालन करना होगा. ठीक से मास्क पहनना होगा और सामाजिक दूरी बनाये रखनी होगी.

उन्होंने बताया कि जांच क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने पहले ही पूरे राज्य में अधिक आरटी-पीसीआर प्रयोगशालाएं स्थापित करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और परीक्षण किए जाएंगे. इसके अलावा सरकार अस्पतालों में आईसीयू बेड और ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा कि एक संभावित तीसरी लहर की बात केवल एक भविष्यवाणी है, जिसे केवल पर्याप्त पूर्व सावधानी और उचित उपायों के साथ टाला जा सकता है.

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