भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने मंगलवार को राज्य के प्रतिष्ठित साहित्यकार पद्म भूषण मनोज दास की स्मृति में एक अंतर्राष्ट्रीय साहित्यिक पुरस्कार की घोषणा की है. मनोज दास का कुछ दिनों पहले 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज स्वर्गीय पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित के रूप में आज की घोषणा की, जिसे अक्सर आधुनिक ओडिशा में साहित्यिक क्षेत्र के रूप में संदर्भित किया जाता है.
अंग्रेजी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार को लेखकों को दिया जाएगा. हर साल पुरस्कार के विजेता को 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने एक और पुरस्कार की घोषणा की. इसका नाम मनोज किशोर साहित्य प्रतिभा पुरस्कार होगा, जो प्रसिद्ध लेखक के नाम पर रखा गया है. यह अंग्रेजी और ओड़िया भाषा के उत्कृष्ट स्कूल मानकों में उभरते लेखकों को पहचान को स्थापित करेगा.
इस पुरस्कार के तहत दो अलग-अलग पुरस्कार वितरित किए जाएंगे, एक अंग्रेजी में और दूसरा ओड़िया भाषा में. चयनित हाई स्कूल के छात्रों को दोनों श्रेणियों के तहत एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.
ओडिशा सरकार ने संखारी, बालेश्वर में दिवंगत कवि के पैतृक घर को मन्मथ-मनोज स्मारक के रूप में मान्यता देने की भी घोषणा की है, जहां मनोज दास और उनके बड़े भाई मन्मथ दास द्वारा साहित्य के अग्रणी कार्यों को एक पुस्तकालय में रखा जाएगा.