हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
ओडिशा में कोरोना का कहर हर दिन नये स्तर पर बरप रहा है. संक्रमण संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. मौत का ग्राफ भी ऊपर चढ़ रहा है. हालात को काबू में पालने के लिए राज्य में कार्यावधि पांच दिनों तक सिमट गयी है, दो दिनों पर ताला लट गया है. हर शनिवार और रविवार को शटडाउन पूरे राज्य में शुरू हो गया है.
लाकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय, संस्थान बंद हैं. लोगों से घरों से नहीं निकलने के लिए कहा गया है. राज्य में शटडाउन शनिवार और रविवार को भले ही किया जा रहा है, लेकिन यह शुक्रवार रात नौ बजे से ही प्रभावी हो गया. नाइटकर्फ्यू लागू होने के कारण लोगों को नौ बजे तक अपने-अपने घरों में प्रवेश करने को कहा गया है. इसलिए साप्ताहित शटडाउन शुक्रवार रात नौ बजे से ही शुरू हो गया.
साप्ताहित शटडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस बल को सड़कों पर उतार दिया गया है. राजधानी भुवनेश्वर और कटक में कुल 63 चेक प्वाइंट बनाये गये हैं. कटक में 12 और भुवनेश्वर में 20 प्लाटून सहित पुलिस बल के 32 प्लाटून बल के कंधों पर शटडाउन के मानदंडों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती है. आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रही है.
साप्ताहिक शटडाउन के दौरान 350 अधिकारियों को हालात पर नजर रखने को कहा गया है. इनमें से सौ अधिकारी कटक में तथा 150 अधिकारी भुवनेश्वर में समग्र व्यवस्थाओं और अनुपालन की निगरानी कर रहे हैं. आज सुबह पांच बजे नाइट कर्फ्यू की समाप्ति के बाद ही शटडाउन की अवधि शुरू हो गयी और बल आने-जाने वालों को रोकने-टोकने में जुट गये. जरूरत हिसाब से उनको आने-जाने की अनुमति प्रदान की जा रही है.
आपातकालीन सेवाओं और अन्य छूट के लिए परिचयपत्र अनिवार्य
इस शटडाउन के दौरान आपातकालीन सेवाओं और अन्य छूट प्राप्त या अनुमत श्रेणियों में लगे लोगों की आवाजाही में कोई बाधा नहीं है. आपातकालीन सेवाओं में लगे लोगों के लिए कोई पास जारी नहीं किया गया है. स्वीकृत कर्मचारियों के केवल वैध पहचान पत्र पुलिस कर्मियों द्वारा जांचे जाएंगे. विभिन्न चेकिंग प्वाइंट पर आपसे परिचयपत्र की मांग की जा सकती है. भुवनेश्वर में 25 और कटक और 43 सहित 63 चेक प्वाइंट स्थापित किए गए हैं.