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बीएमसी के साथ मिलकर बंगाल के यात्रियों रख रहे हैं नजर
भुवनेश्वर. राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और पश्चिम बंगाल में कोरोना का नया संक्रमण मिलने के बाद भुवनेश्वर स्टेशन पर सीआरपीएफ के जवानों ने निगरानी की कमान संभाल ली है. भुवनेश्वर नगर निगम के साथ मिलकर जवान पश्चिम बंगाल से आने वाले सभी यात्रियों पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं, ताकि कोई कोरोना नियमों को पूरा किये भाग न जाये.
भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन के निदेशक चितरंजन नायक ने शुक्रवार को कहा कि स्टेशन पर पड़ोसी पश्चिम बंगाल से लौटने वाले लोगों पर नज़र रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि हम यहां यात्रियों की ट्रैकिंग और पंजीकरण के लिए भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के साथ काम कर रहे हैं. रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. स्टेशन पर प्रवेश और निकास की व्यवस्था प्लेटफार्म नंबर एक पर की गयी है.
उन्होंने आगे कहा कि बीएमसी और सीआरपीएफ के जवानों को रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर तैनात किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य सरकार के अनिवार्य संगरोध मानदंडों से बचने के लिए कोई भी पश्चिम बंगाल का यात्री भाग न जाये. उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल की कुल 30 ट्रेनें ओडिशा से चल रही हैं, जिनमें से नौ ट्रेनें भुवनेश्वर के लिए होती हैं, जिनमें लगभग 5000-7000 यात्रियों की दैनिक आवाजाही होती है.
ओडिशा सरकार ने पश्चिम बंगाल से सड़क या वायु मार्ग से ओडिशा आने वाले लोगों के लिए 14 दिवसीय संगरोध अनिवार्य किया है. यह संगरोघ संस्थागत या भुगतान संगरोध हो सकते हैं. यह कदम पश्चिम बंगाल में लोगों के बीच कथित तौर पर कोविद-19 के ट्रिपल म्यूटेंट के बाद उठाया गया है.
उन्होंने बताया कि जिन लोगों को कोविद-19 वैक्सीन की दो खुराकें मिली हैं या आरटीपीसीआर नकारात्मक रिपोर्ट है, उन्हें 14 दिनों के लिए घर से संगरोध की अनुमति दी जाएगी.