भुवनेश्वर. पिपिलि विधानसभा का उपचुनाव एक बार फिर स्थगित हो गया है. भारतीय निर्वाचन आयोग ने पुरी जिले के पिपिलि निर्वाचन क्षेत्र में आगामी उपचुनाव को एक बार फिर से रद्द कर दिया है. ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सुशील लोहानी ने गुरुवार को कहा कि मतदान 13 मई को होना था, अब 16 मई को आयोजित किया जाएगा.
लोहानी के अनुसार, उपचुनाव के दिन ईद होने की संभावना है. इसलिए इस मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं को वोट डालने में असुविधा का सामना करना पड़ सकता है. लोहानी ने कहा कि ईसीआई को इस संबंध में कुछ प्रत्यावेदन मिले हैं, जिसके आधार पर तारीख फिर से निर्धारित की गई है.
लोहानी ने कहा कि पिपिलि निर्वाचन क्षेत्र में मतदान अब 16 मई को होगा और मतों की गिनती 19 मई को होगी. पूरी चुनाव प्रक्रिया 21 मई तक पूरी होगी.
चुनाव आयोग ने कोविद-19 महामारी के बीच मतदान के संचालन के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. चुनाव अभियान अब पहले 48 घंटों के बजाय चुनावों के समापन से 72 घंटे पहले समाप्त हो जाएगा. इसका मतलब है कि चुनाव अभियान 13 मई की शाम से पिपिलि में समाप्त हो जाएगा.
इसी तरह, ईसीआई ने राजनीतिक रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. राजनीतिक दल आभासी मोड के माध्यम से अभियान को चला सकते हैं. डोर-टू-डोर अभियान के लिए अधिकतम पांच व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी. मतदान केंद्रों पर थर्मल स्क्रिनिंग की जायेगी. यदि किसी में कोरोना का कोई लक्षण पाया जाता है, तो उसे टोकन दिया जाएगा. मतदाता को शाम 5 बजे के बाद अपना वोट डालने की अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा, सभी मतदाताओं को दस्ताने दिए जाएंगे.
उल्लेखनीय है कि बीजद विधायक प्रदीप महारथी के निधन के बाद यहां की सीट रिक्त हो गयी थी. इसके बाद उपचुनाव को 17 अप्रैल को होना था, लेकिन कोविद के कारण कांग्रेस के उम्मीदवार अजीत मंगराज (52) की मृत्यु के बाद पुनः उपचुनाव को स्थगित करना पड़ा.