भुवनेश्वर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के काफी संख्या में कर्मचारी कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं. इसे देखते हुए एम्स ने 25 अप्रैल से अस्थायी रूप से अपने ओपीडी (आउट पेशेंट विभाग) सेवाओं को बंद करने का फैसला किया है. एम्स भुवनेश्वर की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि हमारी टीम में से कई सदस्य कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं और कई पाजिटिव लोगों के संपर्क में आये हैं. उनको संगरोध में जाना है. इसलिए अस्थायी तौर पर ओपीसी सेवाएं बंद की जा रही हैं. ओपीडी बंद होने के दौरान डे केयर सर्विसेज, रेडियोथेरेपी, डायलिसिस, ट्रॉमा एंड इमरजेंसी, इमरजेंसी एंड लाइफ-सेविंग सर्जरी, टेलीमेडिसिन और टेलीकॉन्सेलेशन सर्विसेज, आईपीडी सेवाएं, पल्मोनरी (वैक्सीन आरएमआरसी), एनेस्थिसियोलॉजी (पीएसी और दर्द क्लिनिक), इम्यूनाइजेशन जैसी सेवाएं पुराने पंजीकृत रोगियों के लिए (बुधवार और शुक्रवार) और पीला बुखार क सेवाएं गुरुवार को जारी रहेंगी.
बताया गया है कि जो मरीज 25 अप्रैल 2021 से पहले अपना पंजीकरण ऑनलाइन करवा चुके थे, उन्हें एंट्री गेट पर अपना ऑनलाइन बुकिंग नंबर दिखाकर संबंधित विभाग द्वारा भाग लेने की अनुमति है. एम्स ने कहा है कि रोगी केवल एक व्यक्ति के साथ अस्पताल परिसर में प्रवेश करेगा और कोविद प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करेगा.
ओपीडी सेवाओं बंद होने बावजूद एम्स भुवनेश्वर स्वास्थ्य ऐप और टेलीमेडिसिन सेवाएं जारी रहेंगी.
गंभीर हालत में मरीज एम्स भुवनेश्वर स्वास्थ्य ऐप और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से इलाज करने वाले डॉक्टर के साथ एप्वाइंटमेंट ले सकते हैं और ओपीडी में आ सकते हैं. प्रवेश द्वार पर रोगी को एप्वाइंटमेंट विवरण दिखाना होगा और उसके बाद वे ओपीडी टिकट बना सकते हैं और इलाज करने वाले डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं.
आपातकालीन सेवाएं सभी रोगियों और सुपर स्पेशियलिटी विभागों के संकायों द्वारा किसी भी कीमत पर 24 × 7 प्रदान की जाएगी.