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कहा- राज्य में 70 समर्पित कोविद अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों के बीच केवल 26 प्रतिशत सामान्य बिस्तर, 14.18 प्रतिशत आईसीयू और 10 प्रतिशत वेंटिलेटर क्रमशः उपयोग में
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राज्य में कोविद-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन स्टॉक की कोई कमी नहीं
भुवनेश्वर. राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में भारी वृद्धि के बीच चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय (डीएमईटी) के प्रमुख सीबीके मोहंती ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर अप्रैल के अंत और मई के पहले सप्ताह के बीच चरम पर पहुंच सकती है. राज्य में कोविद-19 की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए मोहंती ने कहा कि महाराष्ट्र में पहले ही चोटी पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है. दिल्ली और अन्य राज्य अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक कोरोना महामारी के चरमोत्कर्ष देख सकते हैं और कुछ राज्यों में यह मई तक बढ़ जाएगा. ओडिशा में भी यह नौबत अप्रैल के अंत और मई के पहले सप्ताह के बीच आ सकती है. उसके बाद मामलों में स्वाभाविक रूप से उसी गति से कमी आएगी, जिस गति से अब बढ़ रही है.
मोहंती ने आगे कहा कि राज्य सरकार किसी भी स्वास्थ्य परिश्रम को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और स्पष्ट किया है कि राज्य में कोविद-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन स्टॉक की कोई कमी नहीं है.
उन्होंने बताया कि राज्य में 70 समर्पित कोविद अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों के बीच केवल 26 प्रतिशत सामान्य बिस्तरों का उपयोग किया गया है. इसी तरह 14.18 प्रतिशत आईसीयू और 10 प्रतिशत वेंटिलेटर क्रमशः उपयोग में हैं. मोहंती ने आगे कहा कि पिछली लहर के दौरान, राज्य में ऑक्सीजन की खपत 28-30 मीट्रिक टन प्रतिदिन थी. ओडिशा में पर्याप्त चिकित्सा ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता है, जो आवश्यकता को आसानी से पूरा कर सकते हैं. हम आज तक ऑक्सीजन की आपूर्ति में कोई कमी नहीं देखते हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कोविद-19 रोगियों के लिए धीरे-धीरे बेड बढ़ा रही है. उन्होंने बताया कि राज्य को लौटाने वाले प्रवासियों के संगरोध के लिए ब्लॉक स्तर पर अस्थायी चिकित्सा शिविर (टीएमसी) बनाए गए हैं. कोविद केयर होम्स (सीसीएच) और समर्पित कोविद अस्पताल भी चालू हो गए हैं.