भुवनेश्वर. बिजली की दरों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को सदन में हंगामा किया. इस कारण विधानसभा में प्रश्नकाल के साथ-साथ अन्य कार्यक्रम भी बाधित हुए. सदन में गतिरोध को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने पहले सदन को 11:30 बजे तक और बाद में और सदन और चार बार स्थगित हुई. सदन में गतिरोध को समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई.बुधवार को निर्धारित कार्य सूची के अनुसार, सुबह 10:30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. कांग्रेस विधायक बिजली की दरों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर सदन के बीच में आकर नारेबाजी करते दिखे. कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति व अन्य विधायकों ने बढ़ी हुई बिजली दरों को वापस करने को मांग को लेकर नारेबाजी की.
नारेबाजी के बीच प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक अपनी सीट पर खड़े होकर बोलने लगे. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में बीजू पक्का घर का लोगो लगाए जाने के संबंध में केंद्र सरकार का पत्र का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना में बीजू पक्का घर का लोगो लगा रही है. यह गलत है. केंद्र सरकार ने ऐसा ना करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है.उधर, कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते दिखे. विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों को अपनी-अपनी सीट पर जाकर सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए अनुरोध किया, लेकिन कांग्रेस विधायक नहीं माने और वह नारेबाजी करते रहे. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 11:30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की. इस कारण प्रश्नकाल में एक भी प्रश्न पर चर्चा नहीं हो सकी.
दोपहर 11:30 बजे सदन की कार्यवाही फिर से प्रारंभ हुई. उस समय भी समान स्थिति देखी गई. कांग्रेस विधायक सदन के बीच में आ गए और फिर से बिजली की कीमतों में कमी करने की मांग को लेकर हंगामा किया. वहीं विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक को बोलने की अनुमति दी. उन्होंने फिर से केंद्र सरकार द्वारा लिखे गए पत्र का उल्लेख किया और कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्माण किए जाने वाले घरों पर बीजू पक्का घर का लोगो क्यों नहीं लगाया जा सकता. उन्होंने इस संबंध में राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया.नायक ने बिजली की दरों की बढ़ोतरी के निर्णय का भी विरोध किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में गर्मी शुरू हो चुकी है और ऐसे में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. इसे तत्काल वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि यह गरीबों के लिए बहुत बड़ा झटका है. इसलिए इसे तत्काल कम किया जाए.इसके बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने भी बिजली कीमतों में कमी करने का बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाया और इसे वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि लोग इस निर्णय के काफी दुःखी हैं. पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ कूकिंग गैस व खाने के तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के कारण लोगों में पहले से ही समस्या में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह कह सकती है कि बिजली की कीमत बढ़ाने का निर्णय ओईआरसी का है, राज्य सरकार का नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कह कर राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है. राज्य सरकार लोगों के प्रति उत्तरदायी है.
उन्होंने कहा कि आज विनियोग बिल पर चर्चा होनी है. विपक्ष भी चाहता है कि इस चर्चा में भाग लें, लेकिन बिजली की कीमत में बढ़ोत्तरी का मुद्दा आम लोगों से जुडा हुआ मुद्दा है. इस कारण इस मुद्दे का समाधान होना जरुरी है. इसलिए इस समस्या के समाधान का रास्ता पहले निकालना चाहिए. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष सर्वदलीय बैठक बुलाएं और इस बारे में चर्चा करें.
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित करने के बाद फिर से तीन बार स्थगित की.
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