अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
इस साल भी कोरोना महामारी का काला साया होली के धूमधड़ाके पर दिखा. राजधानी भुवनेश्वर में शानदार तरीके से आयोजित की जाने वाली होली इस साल सादगी पूर्वक मनायी गयी है. कोरोना गाइडा लाइन का मानते हुए होली का त्योहार भुवनेश्वर में बड़े ही अनोखे तथा यादगार अंदाज में मनाया गया.
कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपने नयापली निवासस्थल से लेकर कीट-कीस में अपनी होली सिर्फ अपने शुभचिंतकों को मिठाई का पैकेट और सुगरफ्री रसगुल्ला आदि भेंटकर मनाया. वहीं रोटरी 3262 के पूर्व रोटरी गवर्नर अजय अग्रवाल ने भी प्रोफेसर अच्युत सामंत के निवास पर आकर उनको मिठाई का पैकेट भेंट कर तथा उनसे बातचीतकर अपनी होली मनाई. जानेमाने उद्योगपति महेन्द्र कुमार गुप्ता ने भी अपने संयुक्त गुप्ता-परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर इस साल की होली मनाई. नन्हीं बालिका रुही दूबे तथा कश्वी पाण्डेय ने भी इस साल की होली नये-नये ड्रेस पहनकर मनाई.
सबसे बड़ी बात भुवनेश्वर मारवाडी सोसाइटी के घर-घर में देखने को मिली. हर साल सामूहिक तौर पर होली मनाने वाले सदस्यों ने अपने-अपने परिवार के सदस्यों के साथ होली की खुशियां बांटी. सोसाइटी के अध्यक्ष संजय लाठ ने कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि उनके सुझावों के अनुसार सभी ने 2021 की होली अपने-अपने घर पर ही मनाई, जो कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए बहुत जरुरी था. सुरेंद्र कुमार डालमिया ने बताया कि वे लगभग 6 महीनों के बाद पूरी तरह से स्वस्थ हुए हैं तथा होली भी अपने घर में वे बिलकुल सादे तरीके से मनाया है.
भुवनेश्वर की इस साल की होली में वैसे तो कहीं-कहीं रोड पर तथा अलग-अलग मोहल्ले के छोटे-छोटे पार्कों में एक-दूसरे के मुंह पर रंग लगाते कुछ बच्चे अवश्य देखे गये फिर भी उसमें केवल आत्मीयता ही आत्मीयता का भाव नजर आया. जयदुर्गानगर में भी इस साल होली के फीके उत्साह में सिर्फ बच्चों ने ही रंग भरा. बड़े लोगों ने सूखी होली खेली, जबकि बच्चों ने गुलाल को पानी घोल दिया.
इधर, मारवाड़ी सोसाइटी, भुवनेश्वर का होलिका-दहन भी बिल्कुल साधारण तरीके से आयोजित हुआ. 28 मार्च को सायंकाल 6.57 बजे मारवाड़ी सोसाइटी, भुवनेश्वर का होलिका-दहन स्थानीय स्टेशन बाजार, यूनिट-3, राममंदिर, नयापली दुर्गामण्डप तथा पटिया आदि जगहों पर कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते तथा भुवनेश्वर महानगरनिगम के दिशानिर्देश के चलते बिलकुल साधारण तरीके के आयोजित हुआ.
इसके लिए सोसाइटी के अध्यक्ष संजय लाठ ने एक माह पूर्व ही अपनी कार्यकारिणी की अहम बैठक में बिलकुल साधारण तरीके से आयोजित करने की हिदायत और अपील कर दी थी. 28 मार्च को दो अलग-अलग समयों में होलिका-दहनस्थल पर जाकर मारवाड़ी परिवार के सदस्यों ने विधिवत पूजा-पाठ किया और होलिका दहन किया. सज्जन कुमार अग्रवाल, मधुकुंज अगरबत्तीवाले ने बताया कि इस वर्ष का होलिका-दहन कोरोना के चलते बहुत ही साधारण रहा.