-
अहिंसा को संविधान के प्रस्तावना में शामिल किया जाए
भुवनेश्वर. महात्मा गांधी के ओडिशा आगमन के एक 100 साल पूरे होने के अवसर पर आज विधानसभा में संकल्प पारित किया गया. प्रथमार्द्ध की बैठक में राज्य के संस्कृति मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्राही इस संकल्प को लेकर आए और इस पर तीन घंटे तक चर्चा हुई. चर्चा के बाद इस संकल्प को पारित कर लिया गया है. इसमें अहिंसा को संविधान के प्रस्तावना में शामिल करने की बात कही गई है.
इस प्रस्ताव को पेश करते हुए संस्कृति मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्राही ने कहा कि महात्मा गांधी का ओडिशा के साथ काफी गहरा संबंध था. आज के समाज में अहिंसा हमारे सभी के लिए आदर्श होना चाहिए. इसके द्वारा शांति की स्थापना हो सकेगी. यह प्रगति का मूल आधार होगा. महात्मा गांधी के इस अविस्मरणीय योगदान को स्मरण करने के लिए सरकार द्वारा एक साल तक उनके ओडिशा आगमन पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अहिंसा को संविधान के प्रस्तावना में स्थान देने पर यह महात्मा गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.