भुवनेश्वर. ओडिशा के जंगलों में आग सिलसिला थमने का नाम नहीं रहा है. हाल ही में मयूरभंज में सिमिलिपाल बायोस्फीयर रिजर्व में जंगल में बड़े पैमाने पर लगी भीषण आग के बीच मंगलवार को चंदका वन्यजीव अभ्यारण्य के पास बाघराखोलो जंगल में आग की सूचना मिली है.
जानकारी के अनुसार, राजधानी भुवनेश्वर के बाहरी इलाके से सटा चंदका-डंपरा वन्यजीव अभ्यारण्य के संरक्षित क्षेत्र की ओर आग तेजी से फैल रही है. कहा जा रहा है कि यदि समय पर नियंत्रण नहीं किया गया तो वन्यजीव अभ्यारण्य की संरक्षित वन रेंज में आग फैल सकती है. हालांकि स्थानीय प्रशासन, वन विभाग या फायर ब्रिगेड के अधिकारी अभी भी मौके पर पहुँच थे. आग को काबू में लाने की कवायद चल रही थी.
संदेह है कि शिकारियों ने जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए आग लगाई होगी. हालांकि इस जंगल की आग के पीछे के सही कारण का पता नहीं चल पाया है. यह देखा गया है कि पिछले कुछ हफ्तों में ओडिशा में जंगल कुछ लोग अपने फायदे के लिए आग लगा रहे हैं. सिमिलिपाल की अग्निकांड के बाद राज्य के कई जंगलों में आग लगी. हालात को देखते हुए ओडिशा सरकार ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है, जिसमें अग्निशमन अधिकारियों के साथ 25 सदस्यों की 8 ओड्राफ टीमें शामिल हैं. यह राज्य में जंगल की आग की बढ़ती घटनाओं की जांच करने के लिए लगे हुए हैं. टास्क फोर्स के प्रमुख संदीप त्रिपाठी हैं. त्रिपाठी ने कहा कि राज्य सरकार ने जंगल की आग की जांच और नियंत्रण के लिए कई सक्रिय कदम उठाए हैं, जिससे राज्य में जंगल की आग की स्थिति पर कुल नियंत्रण हुआ है.