भुवनेश्वर. केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कल आभासी माध्यम से अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में भुवनेश्वर में फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.
भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जावड़ेकर ने अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में भुवनेश्वर सहित देशभर में सात विभिन्न स्थानों पर फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव पूरे देशभर में 75 स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है. अमृत महोत्सव महात्मा गांधी, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, डॉ. अंबेडकर, खुदीराम बोस, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु सहित उन सभी प्रमुख नेताओं और क्रांतिकारियों के योगदान को नमन करता है, जिन्होंने हमें हमारी आजादी दिलायी.
जावड़ेकर ने आगे कहा कि लोगों को उनकी अपनी भाषा में आजादी की कहानी से अवगत कराना जरूरी है. आने वाले दिनों में, आजादी का अमृत महोत्सव बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा. फोटो प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद जावड़ेकर ने एक ट्वीट में लिखा कि बीओसी द्वारा देशभर में आयोजित प्रभावी प्रदर्शनियां लोगों को स्वतंत्रता संग्राम की प्रकृति के बारे में शिक्षित करेंगी और अगले 25 वर्षों के लिए हमारे मार्ग का निर्धारण करेंगी. मैंने ऐसी 7 प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया. मैं लोगों को इन प्रदर्शनियों का अवलोकन करने और अपने साथ इतिहास की एक स्मृति सहेजने के लिए आमंत्रित करता हूं.
भुवनेश्वर के जयदेव भवन में आयोजित इस प्रदर्शनी का आयोजन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत रीजनल आउटरीच ब्यूरो (आरओबी) भुवनेश्वर, ब्यूरो ऑफ़ आउटरीच कम्युनिकेशन (बीओसी) और ओडिशा सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा ओड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है.
इस फोटो प्रदर्शनी में 1857 से शुरू हुई भारत के स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को दर्शाया गया है. इस कहानी को 49 पैनलों के माध्यम से बताया गया है जिसमें महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार बल्लभ भाई पटेल से लेकर ओडिशा के वीर सुरेंद्र साय और रमा देवी सहित अन्य स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी तस्वीरें और जानकारियां रखी गईं हैं. यह फोटो प्रदर्शनी 16 मार्च तक जारी रहेगी.
इस प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान आरओबी भुवनेश्वर के निदेशक अखिल कुमार मिश्र, ओडिशा सरकार के संस्कृति विभाग के उप निदेशक सर्वश्री सुबोध कुमार आचार्य एवं संजय मिश्र तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.