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विधानसभा में पूछा-केबीके इलाकों में कृषि विश्वविद्यालय कब
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पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी के लिए कदम उठाए सरकार
भुवनेश्वर. कलाहांडी–बलांगीर–कोरापुट (केबीके) इलाकों में कृषि विद्यालय स्थापना की मांग शनिवार को विधानसभा में उठी. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने यह विषय उठाया. शून्यकाल में मिश्र ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के सबसे पिछड़े इलाके केबीके में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना करने की घोषणा की थी. उनकी घोषणा को 7 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हुई है. उन्होंने सवाल किया कि राज्य सरकार को इसका जवाब देना चाहिए.
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई कीमतों के कारण आम लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में सरकार को तत्काल कीमतों में कमी के लिए आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए.
शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए मिश्र ने कहा कि 2014 से पहले एक प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पेट्रोल व डीजल की बढ़ी हुई कीमत को लेकर तत्कालीन सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि जो पेट्रोल और डीजल की कीमतों को रोक नहीं पा रही है वह देशद्रोही है. उन्होंने कहा कि आज वही देश के शासन के केंद्र में हैं. अब ऐसी स्थिति में देशद्रोही कौन है. मिश्र ने कहा कि पेट्रोलियम मंत्री वर्तमान कह रहे हैं कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाना आवश्यक है. उन्होंने सवाल किया कि यदि आवश्यक है तो यह काम कौन करेगा. वह स्वयं ही सरकार में हैं, इसलिए इसको करने की जिम्मेदारी उनकी है. केवल जीएसटी में लाया जाना चाहिए, बोलने से काम नहीं चलेगा. लोगों को इसका समाधान चाहिए. उधर भाजपा विधायक दल के उप नेता विष्णु सेठी ने कहा कि सदन में बिना नाम लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जो डोकलाम में चीन की सेना को रोक लिया, वह देशद्रोही है या फिर चीन को जिसने जमीन दे दी वह देशद्रोही है. उन्होंने कहा कि जो हमले के शिकार होने के बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करती थी, वह देशद्रोही है या पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला देशद्रोही है.