प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद इस मुद्दे को उठाते हुए नायक ने कहा कि यदि राज्य पुलिस को इस मामले में वाहवाही लेनी थी, तो सदन में कोई जनप्रतिनिधि इस बात को कह सकते थे, लेकिन एक सरकारी अधिकारी को केन्द्र सरकार की संस्था नहीं कर पायी व हम कर सके, इस तरह के बयान देना सही नहीं है. उन्होंने इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष से आवश्यकार्य रुलिंग देने की मांग की.
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