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संजय दासबर्मा ने की दर घटाने की मांग
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कहा-एलपीजी के दाम भी करें कम
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
पेट्रोल मूल्यवृद्धि को लेकर बीजद ने केंद्र सरकार पर हमला किया है और जनहित में इसे घटना की मांग की है. बीजद ने कहा है कि जब विश्व बाजार में कीमत आसमान पर थी, उस समय भारत में तेल की कीमत उसकी तुलना में कम थी, लेकिन आज विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमत है, तो यहां दाम आसमान छू रहे हैं.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए बीजद के महासचिव संजय दासबर्मा ने कहा कि आज पेट्रोल की दर 93 रुपये और डीजल ओडिशा में 90 रुपये है.
पिछले 44 दिनों में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में 17 बार वृद्धि हुई है, जो आवश्यक वस्तुओं की लागत को सीधे प्रभावित करता है और महंगाई बढ़ती है.
बीजद नेता ने कहा कि हालांकि केंद्रीय वित्त मंत्री ने माना था कि ईंधन पर नए उपकर का बोझ आम जनता पर नहीं पड़ेगा. इस घोषणा के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें 7 गुना बढ़ गई हैं.
उन्होंने कहा कि हम केंद्र से यह बताने की मांग करते हैं कि इस नए उपकर को लागू करने के पीछे क्या मजबूरी थी, क्योंकि इससे आम लोगों को तकलीफ हुई. दासबर्मा ने कहा कि जब 2015 में कच्चे तेल की कीमत विश्व बाजार में बढ़ी थी, तब भारत में पेट्रोल और डीजल की दर 65 रुपये प्रति लीटर थी.
उन्होंने कहा कि 2021 में कच्चे तेल की कीमत विश्व बाजार में 61 डॉलर प्रति बैरल है, लेकिन पेट्रोल और डीजल के दाम 93 और 90 रुपये हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जन-विरोधी नीति को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. इसके अलावा, एलपीजी घरेलू सिलिंडर की दर 745 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच गई है. दासबर्मा ने कहा कि इस चिंता को जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए.