भुवनेश्वर. ओडिशा हिंदी साहित्य के वयोवृद्घ कवि व लेखक डॉ रवींद्र सिंह ठाकुर का निधन भुवनेश्वर के घरोही अस्पताल में हुआ. आज सत्यनगर श्मशान घाट में पूर्ण वैदिक रीति-रिवाज से उनके पुत्र रोहित ठाकुर, पुत्र वधु, व दो पोतियों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार हुआ.
ठाकुर ने एक उपन्यास अमर संडोज व कविता संग्रह की रचना की थी. उनकी अप्रकाशित अनेक रचनाएँ भी हैं. वह आरआरएल भुवनेश्वर में वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत थे. सेवानिवृति के बाद वे अपना समय उत्कल अनुज हिंदी पुस्तकालय के साथ जुड़कर हिंदी साहित्य को दे रहे थे.
उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां, एक पुत्र व दो पोतियां हैं. उनके अंतिम संस्कार में पुस्तकालय की ओर से सचिव किशन खंडेलवाल ने शिरकत की व ओडिशा हिंदी साहित्य जगत की तरफ से हार्दिक संवेदनाएँ प्रेषित की. उन्होंने कहा कि ठाकुर को उनकी अमूल्य लेखनी के लिए हमेशा याद किया जाएगा. साहित्य जगत में उनका स्थान सदैव रिक्त रहेगा.
