बालेश्वर. हाल ही में कंसबांसा नदी के तट पर बकेरेश्वर मंदिर के पास एक बाघ को घूमते हुए देखे जाने के बाद बालेश्वर जिले के टिपिसिगड़िया गांव में दहशत फैल गई है. कथित तौर पर कुछ ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह नदी के तट पर घूमते हुए बड़ी बिल्ली आकार को देखा और अपने फोन में रिकार्ड किया. इस बीच पास के जंगल में बाघ की मौजूदगी की खबर फैली, उसने लोगों में दहशत पैदा कर दी. खाने की तलाश में रिहायशी इलाकों के पास बाघ के होने का शक लोगों को होने लगा है. भयभीत स्थानीय लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. इसके बाद डिप्टी रेंजर और अन्य अधिकारियों के साथ ओपड़ा वन रेंजर बबीता सोरेन ने उस जगह का दौरा किया और बाघ के ठिकाने का पता लगाने के लिए एक तलाशी अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि बाघ का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. हम जंगल की रखवाली करेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे.
हालांकि, वन अधिकारियों को संदेह है कि गाँव के पास तेंदुआ हो सकता है, बाघ नहीं. वन रेंजर ने कहा कि भले ही जंगल में घूमने वाले जानवर के कई दृश्य कैद किये गये हों, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह बाघ था.