भुवनेश्वर. राज्य में मैट्रिक की परीक्षा होम सेंटर में आयोजित की जायेगी. इससे छात्रों को परीक्षा देने के लिए दूसरी जगह नहीं जाना होगा. कक्षा 10वीं के छात्र-छात्राएं मैट्रिक की परीक्षा खुद के विद्यालय देंगे. यह जानकारी बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (बीएसई) के सूत्रों ने शुक्रवार को दी. हालांकि अभी तक राज्य सरकार या स्कूल और जनशिक्षा विभाग द्वारा आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. कक्षा 10 की वार्षिक बोर्ड परीक्षा इस वर्ष 3 से 15 मई के बीच होनी है. सूत्रों ने कहा कि परीक्षा में नकल को रोकने और परीक्षा में निष्पक्षता लाने के लिए अन्य स्कूलों के शिक्षकों को परीक्षण के दौरान पर्यवेक्षकों के रूप में तैनात किया जायेगा. इसके अलावा छात्र इस साल ढाई घंटे की जगह दो घंटे ही परीक्षा की अवधि होगी. परीक्षा सुबह 8 बजे से 10 बजे तक होगी. सूत्रों ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान छात्रों और उनको अविभावकों को लंबी दूरी की यात्रा करने से बचाने के लिए राज्य सरकार ने होम सेंटर का फैसला लिया है. इस साल लगभग 6.5 लाख छात्रों के वार्षिक मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने की संभावना है.
छात्र इस साल राज्य बोर्ड की परीक्षाओं में 100 अंकों के बजाय प्रत्येक पेपर में 80 अंकों के सवालों के जवाब देंगे. इसमें से पचास अंक के ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन) प्रारूप में वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे और शेष 30 अंक के सब्जेक्टिव होंगे. बाकी 20 अंकों का मूल्यांकन किसी विशेष पेपर में दिए गए 80 अंकों के परीक्षार्थी द्वारा प्राप्त प्रतिशत के आधार पर किया जाएगा.