भुवनेश्वर । नागरिक संशोधन अधिनियम के समर्थन में भुवनेश्वर में कलकी सेना के कार्यकर्ताओं ने मास्टर कैंटिन में प्रदर्शन किया। कलकी सेना के कार्यकर्तांओं ने इस अधिनियम के लागू करने के लिए मोदी सरकार के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ साथ इस अधिनियम के विरोध की ओट में किये जा रहे हिंसा का विरोध किया। कलकी सेना के संयोजक प्रदीप्त कुमार बेहेरा ने इस अवसर पर कहा कि देश को मजहब के आधार पर देश का विभाजन होने के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों में धार्मिक रुप से अल्पसंख्यकों के साथ धार्मिक उत्पीड़न हो रहा है। दोनों देश घोषित रुप से इसलामी देश होने के कारण वहां अल्पसंख्यकों की स्थिति दुसरे दर्जे के नागरिकों जैसी हैं। प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने इस अधिनियम को पारित कर शरणार्थियों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया है जिसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान व बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां के अल्पसंख्यकों की संख्या काफी घट चुकी है। अल्पसंख्यकों की संख्या लगातार कम होना वहां उनकी स्थिति को बयान करती है। उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरु से लेकर महात्मा गांधी तक ने कहा था कि पाकिस्तान में यदि हिन्दू व अन्य अल्पसंख्यकों के साथ उत्पीड़न होता है तो भारत उनकी जिम्मेदारी लेगा। यह खुशी की बात है मोदी सरकार ने इसका नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इसे पारित किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश में आग लगाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं तथा लोगों में भ्रम फैला कर हिंसा करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए उन्होंने मांग की। इस कार्यक्रम में रोजी पटनायक व प्रकाश कुमार प्रधान व अन्य कार्यकर्तांओं ने नेतृत्व लिया।