शैलेश कुमार वर्मा, कटक.
कार्तिकेश्वर पूजा को लेकर प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दिया है. इसके तहत मूर्तियों की ऊंचाई चार फीट से अधिक नहीं होगी और पंडाल को तीन तरफ से घेरा जा सकता है, लेकिन चौथे तरफ से खुला रखना होगा. यह जानकारी यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है. इस वर्ष कार्तिकेश्वर पूजा 25 से 30 नवंबर तक मनाया जाएगा और मूर्तियों का विसर्जन एक दिसंबर को होगा. सार्वजनिक भागीदारी, धूमधाम और भव्यता के बिना पूजा केवल अनुष्ठानों के पालन के लिए इनडोर जैसी स्थिति में आयोजित की जाएगी. इस दौरान मूर्तियों के सार्वजनिक दर्शन पर रोक होगी. आयोजन स्थल पर सात से अधिक व्यक्तियों को नहीं रहना होगा. पूजा पंडाल में उपस्थित व्यक्ति सभी कोविद प्रोटोकॉल का पालन करेंगे. सामाजिक दूरी का पालन करेंगे, मास्क पहनना अनिवार्य होगा. विसर्जन के लिए जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी. मूर्तियों को टाटा-एस, आटोरिक्शा से कृत्रिम तालाबों तक ले जाया जा सकता है. आयोजन के दौरान संगीतमय या कोई अन्य मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा. न तो किसी को परिक्रमा की अनुमति होगी और ना ही कोई प्रकाश सजावट की जाएगी. प्रवेशद्वार या तोरण नहीं लगाए जाएंगे. इस उत्सव के दौरान कोई सामुदायिक भोज का आयोजन नहीं किया जाएगा. प्रसाद एक बंद जगह में तैयार किया जाएगा और पैकट में इसे वितरित किया जाएगा. उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.