पुरी. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए श्रीमंदिर के लिए 154 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे दी है. यह जानकारी मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने दी है. मीडिया से बात करते हुए कुमार ने कहा कि वर्तमान कोविद-19 महामारी की स्थिति के कारण श्रीमंदिर की आय कम हो गई है. गजपति महाराजा दिब्यसिंह देव की अध्यक्षता में यहाँ एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद मुख्य प्रशासक ने कहा कि सदियों पुराने मंदिर की आय इस साल गिर गई है, क्योंकि कोविद-19 के प्रकोप के बाद मंदिर के अंदर भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध है. हालांकि, इस वर्ष महामारी के कारण मंदिर का खर्च बढ़ गया है. कृष्ण कुमार ने सभी भक्तों से मंदिर निधि में योगदान करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि मंदिर में दैनिक अनुष्ठानों के लिए खर्च के अलावा, सेवकों और अन्य संबंधित गतिविधियों के लिए कोविद केयर होम्स की स्थापना के लिए अतिरिक्त धन का प्रावधान किया गया था. इस अंतर को पूरा करने के लिए मंदिर प्रशासन ने ऑनलाइन दान शुरू करने का फैसला किया है. बैठक में आज विभिन्न मुद्दों पर जोर दिया गया, जिसमें नागार्जुन वेश, कार्तिक अनुष्ठान और मंदिर के सेवायतों के कल्याणकारी कार्यक्रम शामिल हैं. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को फिर से खोलने के बारे में कृष्ण कुमार ने कहा कि छत्तीसा निज़ोग के साथ फिर से चर्चा होगी और इसे फिर से खोलने के लिए तैयार होने में लगभग चार और सप्ताह लगेंगे. उसके बाद अगर राज्य सरकार ने हरी झंडी दी, तो हम भक्तों के लिए मंदिर को फिर से खोलेंगे. बैठक में जिलाधिकारी बलवंत सिंह और एसपी अखिलेश सिंह सहित अन्य उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण जब से लाकडाउन और शटडाउन शुरू हुआ है, तबसे वहां भक्तों के दर्शन पर पाबंदी लगायी गयी है. इस कारण वहां श्रद्धालु नहीं जा रहे हैं. रथयात्रा और अन्य नीतियां भी भक्तों के बिना ही आयोजित की गयीं. हालांकि श्रद्धालु कोविद नियमों के साथ श्रीमंदिर को खोलने की मांग कर रहे हैं.
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