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पुलिस और विशेषज्ञों द्वारा आरोपों की सत्यता स्थापित कराने की मांग
कोरापुट. सुनाबेड़ा में एक +2 जूनियर महिला कॉलेज के छात्रों ने अपने प्रिंसिपल का समर्थन किया है, जिन्हें पहले संस्थान में एक महिला सहकर्मी का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पूर्व और वर्तमान के छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके प्रिंसिपल, पबित्र कुमार बेदांत को एक साजिश के तहत फंसाया गया है. उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से साइबर पुलिस और विशेषज्ञों द्वारा आरोपों की सत्यता स्थापित करने के लिए एक जांच का निर्देश देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हमें इस बात का अहसास है कि हमारे प्रिंसिपल को गलत तरीके से फंसाया गया है. कॉलेज की पूर्व छात्रा ने कहा कि शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया जाना चाहिए और साजिश का विश्लेषण करना चाहिए. गौरतलब है कि कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करने वाली एक 23 वर्षीय महिला कर्मचारी ने प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसने उसका यौन उत्पीड़न किया था. शिकायत के अनुसार प्रिंसिपल उसे कॉलेज के अंदर कई मौकों पर अनुचित तरीके से छूने की कोशिश कर रहा था. अपनी शिकायत में महिला ने आगे आरोप लगाया था कि प्रिंसिपल ने उसे बार-बार मना करने पर भी उससे यौन संबंध बनाए. इसके अलावा प्रिंसिपल कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन पर अनुचित संदेश साझा कर रहे थे. पुलिस ने शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की थी और तीन नवंबर को बेदांत को गिरफ्तार कर लिया.