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लाकडाउन के बीच जरूरतमंदों की सेवाएं जारी
कटक. कोरोना को लेकर जारी लाकडाउन के बीच मातृशक्ति कटक मारवाड़ी सोसाइटी का आनलाइन सिंधारा उत्सव शुरू हो गया है. इस दौरान तीज, सिंधारा के अवसर पर महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए आनलाइन विभिन्न तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आजा नच लें, सोलह श्रृंगार प्रमुख है. सारे कार्य में विशेष कर संगीता करनानी, मंजू सिपानी, किरण चौधरी, रितु अग्रवाल, ज्योति खंडेलवाल, रश्मि मित्तल, रेनु गर्ग, संयुक्ता गोएनका, सन्तोषी चौधरीं का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है.
इधर, कटक, मातृशक्ति कटक मारवाड़ी सोसाइटी द्वारा सम्पत्ति मोड़ा की अध्यक्षता में निरंतर कोरोना महामारी के विकट परिस्थिति में चहुँमुखी सेवा कार्य भी जारी है. इस वैश्विक महामारी का प्रकोप कटक में भी दिनोंदिन बढ़ रहा है. इसकी वजह से फिर से लाकडाउन हो गया है. संपत्ति मोड़ा ने कहा कि ऐसे समय में हम सभी का दायित्व बन जाता है कि प्रशासन द्वारा जारी नियमों का पूरी तरह पालन करें. लाकडाउन के नियमों का पूरी तरह पालन करें, सामाजिक दूरी का पालन करें. मास्क का इस्तेमाल करें, बिना ज़रूरी कार्य के घर से बाहर ना निकलें. हमें अपने एवं अपने परिवार की रक्षा के लिए इन नियमों का पालन करते हुए अपनी सामाजिक दायित्व को निभाना है. कई लोगों की नौकरी चली गयी है. बहुत से व्यापारियों का व्यवसाय कम हो गया है. इस परिस्थिति का सभी को सामना करते हुए कोरोना रूपी महामारी से निदान पाने में सरकार को सहयोग करना होगा.
लाकडाउन के कारण लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए मातृशक्ति अपने मातृत्व का परिचय देते हुए 15 जरूरतमंद परिवारों को सूखा अनाज एक महीने के लिए दिया एवं म्यूज़िक से जुड़े कलाकार बन्धुवो में 50 लोगों के लिए खाद्य सामग्री हेतु सहयोग राशि प्रदान की गयी.
टूटते परिवार को जोड़ने पर जोर
मातृशक्ति को-आर्डिनेटर नीलम साहा, अल्का सिंघी ने बताया कि आज के दिन सबसे बड़ी समस्या आ रही है परिवार टूटने एवं बिखरने की. अभी इस महीने हमलोगों ने ऐसे ही एक पारावारिक मामले को फोन द्वारा वीडियो कॉल द्वारा उनकी समस्याओं का हल करते हुए उसे जोड़ने में सफलता हासिल की. अध्यक्ष सम्पत्ति मोड़ा ने कहा बातें छोटी-छोटी होती हैं. परिवार में आपस में एक-दूसरे की समझदारी से और प्यार से ही चल सकता है. हम सभी के पास ही अपने परिवार की ख़ुशियों की चाबी है. उस ख़ुशी को हम सभी मिलकर ही क़ायम रख सकते हैं.