-
युवा व छात्र संगठनों की नई नियुक्तियों से पार्टी में उभरा असंतोष
-
समर्पित स्थानीय नेताओं की अनदेखी का आरोप, बाहरी चेहरों को तरजीह पर सवाल
कटक। ओडिशा के कटक जिले में बीजू जनता दल (बीजद) की युवा इकाई (बीजद युवा जनता दल) और छात्र इकाई (बीसीजेडी) के नए पदाधिकारियों की घोषणा के बाद पार्टी के भीतर असंतोष की लहर तेज हो गई है। सोमवार को सामने आए इस विवाद ने संगठनात्मक निर्णयों पर सवाल खड़े कर दिए हैं और कई नेताओं ने इसे पार्टी के भविष्य के लिए घातक बताया है।
संघर्ष करने वाले युवा नेताओं के साथ अन्याय का दावा
नवनियुक्त उपाध्यक्ष सुमन बेहरा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वर्षों से पार्टी के लिए संघर्ष करने वाले छात्र और युवा नेताओं के साथ गंभीर अन्याय किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ स्वार्थी गुटों ने जानबूझकर कई योग्य और समर्पित नेताओं के नाम सूची से हटा दिए।
सुमन बेहरा ने चेतावनी दी कि इस तरह के फैसले पार्टी को कमजोर कर सकते हैं और उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को पार्टी सुप्रीमो के संज्ञान में लाया जाएगा।
स्थानीय नेतृत्व की उपेक्षा, बाहरी नेताओं को जिम्मेदारी
सुमन बेहरा ने चिंता जताई कि कटक जैसे महत्वपूर्ण जिले में बाहर के नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं, जबकि स्थानीय स्तर पर सक्रिय नेताओं को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि सांसद देवाशीष सामंतराय और विधायक देवी रंजन त्रिपाठी से जुड़े कई जमीनी नेता अंतिम सूची से बाहर कर दिए गए, जो पीड़ादायक और सुनियोजित कदम प्रतीत होता है।
आत्मसम्मान की धरती है कटक
सुमन बेहरा ने कहा कि कटक आत्मसम्मान में विश्वास रखने वालों की धरती है। पार्टी नेतृत्व ने 2024 में एक बड़ी गलती की थी, जब एक बाहरी नेता को जिले में थोपा गया। बाद में कटक की जनता ने उसे नकार दिया। इससे यह साबित हुआ कि कटक समझौता नहीं करता और चाटुकारिता की राजनीति को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि इस बार भी भद्रक जिले के एक नेता को कटक में स्थापित किया गया है, जबकि भाजपा से मुकाबला कर रहे और जिले में बीजद को मजबूत कर रहे नेताओं को सूची में जगह नहीं मिली।
टेलेंगा पेंठा में हुई अहम बैठक
उल्लेखनीय है कि बढ़ते असंतोष और आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए रविवार को कटक के टेलेंगा पेंठा स्थित एक फार्महाउस में बीजद के युवा और वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। बैठक में संगठन के भीतर उठ रहे सवालों और संभावित कदमों पर मंथन किया गया।
दो दिन पहले जारी हुई थी पदाधिकारियों की सूची
बीजद के युवा और छात्र संगठनों के नए पदाधिकारियों की सूची दो दिन पहले जारी की गई थी। इसके बाद से ही कटक जिले में पार्टी के भीतर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है।
संगठन के सामने चुनौती
इस घटनाक्रम ने बीजद नेतृत्व के सामने संगठनात्मक संतुलन, स्थानीय नेतृत्व के सम्मान और जमीनी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पार्टी नेतृत्व इस असंतोष को कैसे संभालता है और आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।
