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खुर्दा और कटक के 700 बीएलओ व अधिकारियों से करेंगे संवाद
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बीएलओ को चुनाव प्रक्रिया का बताया स्तंभ
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कहा-लोकतंत्र को मजबूत करने में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण
भुवनेश्वर। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने शनिवार को ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत की। भुवनेश्वर पहुंचने के बाद वह परिवार के साथ सीधे पुरी गए, जहां उन्होंने श्रीजगन्नाथ मंदिर में भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आगमन के बाद मीडिया से बातचीत में सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि वह ओडिशा स्थानीय संस्कृति को समझने और अनुभव करने के साथ-साथ बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) से मिलने आए हैं। उन्होंने बीएलओ को चुनाव प्रक्रिया के स्तंभ बताते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पुरी में सीईसी ने कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच 12वीं शताब्दी के श्रीजगन्नाथ मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाढ़ी भी उनके साथ मौजूद रहे।
पुरी के बाद सीईसी ज्ञानेश कुमार कोणार्क के सूर्य मंदिर का भी दर्शन किया। इसके अलावा रघुराजपुर गांव, जो पट्टचित्र कला के लिए प्रसिद्ध है, धौली शांति स्तूप, खंडगिरि-उदयगिरि की जुड़वां पहाड़ियां और भुवनेश्वर स्थित मुक्तेश्वर मंदिर सहित कई ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण करेंगे।
दौरे के अंतिम चरण में 29 दिसंबर को भुवनेश्वर में वह खुर्दा और कटक जिलों के करीब 700 बूथ लेवल अधिकारियों से संवाद करेंगे। ये बीएलओ आगामी विशेष सघन पुनरीक्षण प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएंगे, जिसे चुनाव आयोग द्वारा तीसरे चरण में ओडिशा में कराए जाने की संभावना है।
चुनाव आयोग पहले चरण में बिहार में और दूसरे चरण में 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष सघन पुनरीक्षण करा चुका है। शेष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ओडिशा को तीसरे चरण में शामिल किया जाना प्रस्तावित है।
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