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भक्त चरण दास का मोहम्मद मुकीम पर तीखा हमला
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कहा-एक बार भी वैध विधायक नहीं रहे, खुद को पूर्व विधायक कहने का हक़ नहीं
भुवनेश्वर। ओडिशा कांग्रेस में अंतर्कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। पार्टी से निष्कासन के बाद भी कांग्रेस विचारधारा के प्रति अपनी निष्ठा जताने वाले मोहम्मद मुकीम पर ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) अध्यक्ष भक्त चरण दास ने मंगलवार को जोरदार पलटवार किया। भक्त दास ने मुकीम की राजनीतिक हैसियत पर सवाल उठाते हुए उनके बयानों की कड़ी निंदा की।
अदालत ने रद्द किया था उनका विधायक पद
ओपीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि मोहम्मद मुकीम केवल एक बार विधायक बने थे और वह कार्यकाल भी अदालत के फैसले से अमान्य कर दिया गया था।
भक्त दास ने कहा कि मुकीम आखिर हैं कौन? वह सिर्फ एक बार विधायक बने और बाद में अदालत ने उस जीत को रद्द कर दिया। ऐसे में उन्हें खुद को ‘पूर्व विधायक’ कहने का भी अधिकार नहीं है।
सोनिया गांधी को लिखा पत्र सार्वजनिक करने पर सवाल
भक्त चरण दास ने मुकीम द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र को सार्वजनिक करने के पीछे की मंशा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि मुकीम पार्टी में बने रहना नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति खुद ही पार्टी छोड़ने का मन बना ले, तो ऐसे में संगठन कुछ नहीं कर सकता।
पार्टी के अंदर संवाद के पर्याप्त मंच : भक्त
ओपीसीसी अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस में आंतरिक मुद्दों को उठाने के लिए कई मंच और समितियां मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में अलग-अलग समितियां हैं। मुकीम स्वयं राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्य रह चुके हैं। यदि उन्हें कोई शिकायत थी तो उसे पार्टी के भीतर रखना चाहिए था, न कि सार्वजनिक मंच पर।
राहुल गांधी पर टिप्पणी को बताया अनुचित
मुकीम द्वारा शीर्ष नेतृत्व, विशेषकर राहुल गांधी पर की गई टिप्पणियों पर कड़ा ऐतराज जताते हुए भक्त दास ने कहा कि इस तरह की आलोचना अनुशासनहीनता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि मुकीम राहुल गांधी के बारे में क्या जानते हैं? राहुल गांधी ने देश भर में पैदल यात्रा कर जनता को जागरूक किया। क्या यह मेहनत नहीं है? क्या पत्र लिखकर वह राहुल गांधी को ‘मार्गदर्शन’ देंगे? यह तो विपक्ष का काम है।
बयानों से विपक्ष को मिल रहा लाभ
भक्त चरण दास ने आरोप लगाया कि मुकीम के बयान कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले हैं और इससे केवल विरोधी दलों को फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपने नेता के त्याग और संघर्ष को नहीं देख सकता, तो फिर ऐसे व्यक्ति से क्या उम्मीद की जा सकती है।
राहुल के ‘डरो मत’ के संदेश से प्रेरित होकर सच बोल रहा था – मुकीम
पार्टी से निष्कासन के बाद मोहम्मद मुकीम ने कहा कि वह राहुल गांधी के ‘डरो मत’ के संदेश से प्रेरित होकर सच बोल रहे थे। मुकीम ने कहा कि मैंने सोच-समझकर कदम उठाया। पार्टी की सच्चाई और सुधार को लेकर अपने विचार सोनिया जी को पत्र के माध्यम से बताए, लेकिन मुझे पार्टी से निकाल दिया गया।
हाईकमान से संवाद न होने का दावा
पूर्व विधायक ने यह भी कहा कि वह हाईकमान से सीधे संवाद नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपनी बात रखी। कुल मिलाकर, ओडिशा कांग्रेस में नेतृत्व और अनुशासन को लेकर खींचतान खुलकर सामने आ गई है, जिससे पार्टी के भीतर राजनीतिक माहौल और गर्माता नजर आ रहा है।
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