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अवैध सिम कार्ड बिक्री मामले में जाजपुर-भद्रक से दो गिरफ्तार
भुवनेश्वर। दिल्ली के रेड फोर्ट के पास 10 नवंबर को हुई घातक कार विस्फोट की जांच में ओडिशा से जुड़ा एक चौंकाने वाला कनेक्शन सामने आया है। इस विस्फोट में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए थे। जांच में खुलासा हुआ है कि घटना में कथित तौर पर इस्तेमाल किए गए कुछ सिम कार्ड ओडिशा के जाजपुर और भद्रक जिलों की दुकानों से खरीदे गए थे।
जाजपुर और भद्रक में दिल्ली पुलिस की छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के शाहीन बाग थाना की एक टीम ने शनिवार को जाजपुर जिले और पड़ोसी भद्रक जिले के मंजुरी रोड बाजार में छापेमारी की। इस दौरान अवैध सिम कार्ड एक्टिवेशन रैकेट में शामिल होने के संदेह में दो मोबाइल फोन दुकान संचालकों को हिरासत में लिया गया।
दो मोबाइल दुकान संचालक गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंजुरी रोड बाजार में दुकान चलाने वाले संतोष खंडई और उनके सहयोगी, जाजपुर जिले के तरागो क्षेत्र निवासी महेश्वर पुंटिया के रूप में हुई है। दोनों को भद्रक की स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया।
आधार विवरण का दुरुपयोग कर कई सिम सक्रिय करने का आरोप
जांच में सामने आया है कि आरोपी ग्राहक जब नई सिम लेने दुकान पर आते थे, तब उनके आधार कार्ड का उपयोग कर एक से अधिक सिम कार्ड सक्रिय कर दिए जाते थे। ग्राहकों को केवल एक वैध सिम दी जाती थी, जबकि अतिरिक्त सिम कार्ड गुपचुप तरीके से सक्रिय कर काले बाजार में बेच दिए जाते थे, जिसकी जानकारी ग्राहकों को नहीं होती थी।
बेरोजगार युवाओं को लालच देकर खरीदे जाते थे सिम
सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने जाजपुर के कोरेई क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को 2,000 से 3,000 रुपये का लालच देकर सिम कार्ड खरीदवाए। इन सिम कार्डों को बाद में ऊंची कीमतों पर अज्ञात लोगों को बेचा जाता था।
दिल्ली विस्फोट मामले से सीधे जुड़े सिम कार्ड
बताया जा रहा है कि इस तरह अवैध रूप से हासिल किए गए कई सिम कार्ड आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हुए। जांच के दौरान संतोष खंडई से जब्त किए गए कई सिम कार्डों का सीधा संबंध दिल्ली के शाहीन बाग थाना में दर्ज रेड फोर्ट कार ब्लास्ट मामले से पाया गया है।
बैंक खातों में बड़े लेन-देन की जांच
आरोपियों के बैंक खातों की जांच में भी बड़े पैमाने पर वित्तीय लेन-देन के सबूत मिले हैं। इससे अवैध सिम कार्ड रैकेट के संगठित नेटवर्क होने की आशंका और गहरी हो गई है।
साइबर सेल के साथ संयुक्त जांच
इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस का शाहीन बाग थाना साइबर सेल के साथ मिलकर कर रहा है। पुलिस अन्य कड़ियों और इस रैकेट से जुड़े लोगों की पहचान में जुटी है।
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