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ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष ने खड़गे का बचाव किया
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पूर्व विधायक मुकीम पर साधा निशाना
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भाजपा से नजदीकी के संकेत दिए
भुवनेश्वर। पूर्व कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम द्वारा पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए जाने के लगभग एक सप्ताह बाद ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का जोरदार बचाव किया है। साथ ही उन्होंने मुकीम की मंशा पर भी सवाल खड़े किए और उन पर भाजपा से नजदीकी के संकेत दिए।
भाजपा से जुड़े हैं तो वहीं चले जाएं
दिल्ली में एसआईआर के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस रैली में शामिल होने पहुंचे भक्त चरण दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जो लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं, उन्हें सीधे भाजपा में चले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कांग्रेस-मुक्त भारत के नारे के बीच पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए कड़ी मेहनत की है और आज कांग्रेस के पास संसद में 99 सांसद हैं।
खड़गे की उम्र पर सवालों को बताया निराधार
भक्त चरण दास ने मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्र को लेकर उठ रहे सवालों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनका राजनीतिक संघर्ष और अनुभव मौजूदा आलोचकों से कहीं अधिक व्यापक है।
उन्होंने कहा कि जो लोग आज खड़गे जी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं, उन्होंने उनके संघर्षों का एक प्रतिशत भी नहीं देखा होगा। उनकी मानसिक दृढ़ता और पार्टी के प्रति समर्पण पर कोई प्रश्न नहीं उठाया जा सकता।
दिल की सर्जरी के बाद भी मैदान में सक्रिय
ओपीसीसी अध्यक्ष ने खड़गे के समर्पण का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल की सर्जरी के महज चार दिन बाद ही वे फिर से सक्रिय राजनीति में उतर आए थे। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुंबई में तीन-चार कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद भी खड़गे ने दलित नेताओं को संबोधित किया। आज के युवाओं के लिए भी इतनी सक्रियता और समर्पण दिखाना आसान नहीं है।
पांच पन्नों का पत्र बना विवाद की जड़
दरअसल, 8 दिसंबर को पूर्व विधायक मोहम्मद मुकीम ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पांच पन्नों का पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए थे।
पत्र में उन्होंने ओडिशा कांग्रेस के पतन के लिए प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास को जिम्मेदार ठहराया, वहीं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को भी राज्य में बिगड़ती स्थिति के लिए दोषी बताया।
नेतृत्व परिवर्तन और खड़गे को हटाने की मांग
बारबाटी–कटक से पूर्व विधायक मुकीम ने पत्र में दावा किया कि वे पिछले तीन वर्षों से राहुल गांधी से मुलाकात नहीं कर पाए हैं। उन्होंने पार्टी में व्यापक नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए 83 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे को हटाने की बात कही और आरोप लगाया कि वे युवाओं से संवाद स्थापित करने में असमर्थ हैं।
युवा नेताओं के पलायन को बताया दूरी की वजह
मुकीम ने कांग्रेस नेतृत्व और युवाओं के बीच बढ़ती खाई के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे प्रतिभाशाली युवा नेताओं के पार्टी छोड़ने को जिम्मेदार ठहराया।
ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत का दावा
उन्होंने कांग्रेस की वैचारिक, संगठनात्मक और संरचनात्मक मजबूती के लिए ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत बताई। मुकीम ने कहा कि देश, खासकर युवा वर्ग, प्रियंका गांधी को पार्टी में केंद्रीय, सक्रिय और स्पष्ट नेतृत्व भूमिका में देखना चाहता है।
कोर लीडरशिप में नए चेहरों की पैरवी
पूर्व विधायक ने सचिन पायलट, डी के शिवकुमार, रेवंत रेड्डी और शशि थरूर जैसे नेताओं को पार्टी की कोर लीडरशिप में शामिल किए जाने की भी वकालत की।
विभीषण कहे जाने पर नाराजगी
खुद को एक अनुशासित पार्टी कार्यकर्ता बताते हुए मुकीम ने प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास पर आरोप लगाया कि उन्होंने मीडिया में उन्हें विभीषण कहकर अपमानित किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर की गई आलोचना को गलत तरीके से गद्दारी के रूप में पेश किया जा रहा है।
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