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कल तक रहेगा घना कोहरा और 5 दिन की बारिश का अनुमान
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मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
भुवनेश्वर। तमिलनाडु तट के पास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित स्पष्ट निम्न दबाव वाला क्षेत्र अगले 12 घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए डिप्रेशन में बदल सकता है। यह डिप्रेशन उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के पास बनेगा। इसके बाद यह सिस्टम तमिलनाडु, पुदुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश तटों के ऊपर से गुजर सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह सिस्टम समुद्र से अधिक नमी लेकर आ रहा है और अंडमान सागर में चक्रवातीय गतिविधि के साथ स्थानीय रूप से संवहन गतिविधियों के कारण ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें ला सकता है।
अगले 24 घंटे के दौरान अक्टूबर को पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम, गजपति, रायगड़ा, कोरापुट, मालकानगिरि, कंधमाल, कलाहांडी और नवरंगपुर जिलों में बिजली और गरज के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा चलेगी। इसके लिए पीली चेतावनी जारी की गई है। साथ ही इन दिनों राज्य के कई हिस्सों में घना कोहरा पड़ने की संभावना है।
24 अक्टूबर को बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम, गजपति, सोनेपुर, बौध, नुआपड़ा, बलांगीर, कलाहांडी, कंधमाल, नवरंगपुर, रायगढ़, कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में बिजली और गरज के साथ तेज हवा चल सकती है।
25-26 अक्टूबर को बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रपड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम, गजपति, अनुगूल, ढेंकानाल, केंदुझर, मयूरभंज, सोनपुर, बौध, बलांगीर, कलाहांडी, कंधमाल, नवरंगपुर, रायगड़ा, कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में इसी प्रकार का मौसम बना रह सकता है।
मछुआरों को तूफानी समुद्र और तेज हवा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है। गरज और बिजली के दौरान लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने की हिदायत दी गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि इसके बाद कोई विशेष चेतावनी नहीं है, लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें अगले पांच दिनों तक जारी रह सकती हैं।
कृषि विभाग की तैयारी बैठक
ओडिशा के कृषि एवं किसान सशक्तिकरण विभाग ने संभावित वर्षा की स्थिति को देखते हुए बुधवार को एक तैयारी बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता विभाग के प्रधान सचिव डॉ अरविंद कुमार पाढ़ी ने की। बैठक में कृषि निदेशक शुभम सक्सेना, भारत मौसम विज्ञान विभाग की निदेशक स्मिता मनोरमा महापात्र और ओयूएटी के डीन प्रो. प्रसन्नजीत मिश्रा सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान मौसम विभाग ने स्पष्ट किया कि चक्रवात के गठन को लेकर फिलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है, खासकर तटीय ओडिशा में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के परामर्शों का पालन करें
प्रधान सचिव डॉ पाढ़ी ने किसानों से अपील की कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी परामर्शों का पालन करें और किसी भी अफवाह या भ्रामक सूचना से बचें। उन्होंने कहा कि किसानों को केवल सरकार एवं मौसम विभाग द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करना चाहिए।
इस वर्ष ओडिशा में 100 प्रतिशत सामान्य वर्षा
डॉ पाढ़ी ने जानकारी दी कि इस वर्ष ओडिशा में 100 प्रतिशत सामान्य वर्षा दर्ज की गई है, जिससे फसल उत्पादन के बेहतर परिणाम की उम्मीद है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी प्रतिकूल मौसम स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।
आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर संपर्क करें
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि किसी भी आपात स्थिति में वे टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 155333 पर संपर्क करें या अपने निकटतम क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र अथवा कृषि अधिकारी से मार्गदर्शन प्राप्त करें। बैठक में विभाग के विभिन्न प्रभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। चर्चा का मुख्य उद्देश्य किसानों की सुरक्षा, मौसम संबंधी सतर्कता, तथा मैदानी अधिकारियों और मौसम विज्ञान विभाग के बीच समन्वय सुनिश्चित करना था।
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