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दो दिनों में पूरी सच्चाई होगी उजागर
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ओडिशा पुलिस ने कहा-अब बस आखिरी कड़ी बाकी
भुवनेश्वर। भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता पीतावास पंडा की सनसनीखेज हत्या मामले की जांच अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। दक्षिण रेंज की पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नीति शेखर ने मंगलवार को बताया कि जांच लगभग पूरी हो चुकी है और आने वाले एक-दो दिनों में मामले से जुड़ी पूरी जानकारी मीडिया के सामने रखी जाएगी।
नीति शेखर ने कहा कि पीतावास पंडा हत्याकांड की जांच बहुत आगे बढ़ चुकी है। हम अंतिम चरण में हैं और एक-दो दिनों के भीतर सारी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी। जांच की आखिरी कड़ी जोड़ी जा रही है।
जल्द होंगी औपचारिक गिरफ्तारियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच दल ने इस हत्याकांड से जुड़ी कई अहम कड़ियां जोड़ ली हैं। पूछताछ रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है और औपचारिक गिरफ्तारियां जल्द की जाएंगी। बताया जा रहा है कि कई राज्यों की एजेंसियां मिलकर इस केस की गहराई से जांच कर रही हैं।
6 अक्टूबर को ब्रह्मपुर के कमापल्ली इलाके में भाजपा नेता पीतावास पंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे राज्य की राजनीति को झकझोर कर रख दिया था।
राजनीतिक कड़ियों की भी हो रही जांच
जांच के दौरान सोमवार को पुलिस ने एक स्थानीय नेता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार, उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक उसके हत्या में सीधे शामिल होने की पुष्टि नहीं की है। इससे पहले पुलिस एक पार्षद और छात्र नेता से भी पूछताछ कर चुकी है। कुल आठ लोगों से अब तक पूछताछ की जा चुकी है, जिनमें से कई का आपराधिक रिकॉर्ड और राजनीतिक नेटवर्क से जुड़ाव बताया जा रहा है।
मल्टी-स्टेट नेटवर्क और आर्थिक लेनदेन की जांच जारी
यह मामला अब ओडिशा की सीमाओं से निकलकर बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और आंध्र प्रदेश तक पहुंच गया है। जांच एजेंसियों को शक है कि पेशेवर शूटरों और मध्यस्थों का इसमें हाथ हो सकता है। पुलिस ने हाल ही में बिहार से दो संदिग्धों को ब्रह्मपुर लाकर पूछताछ की है। इनमें एक को शूटर और दूसरे को रेकी करने वाला बताया जा रहा है।
हत्या की साजिश और भुगतान में डिजिटल माध्यम का उपयोग
जांच में यह भी सामने आया है कि हत्या की साजिश और भुगतान में डिजिटल माध्यम का उपयोग हुआ। यूपीआई ट्रांजेक्शन के जरिए कुछ भुगतान किए गए, जिनमें से एक लेनदेन ब्रह्मपुर के पते से जुड़ा पाया गया और उसका लिंक राज्य के बाहर के व्यक्तियों तक पहुंचा है। इससे यह आशंका और मजबूत हो गई है कि इस हत्या के पीछे बहु-राज्यीय साजिश रची गई थी।
जल्द होगा बड़ा खुलासा
आईजी नीति शेखर ने स्पष्ट किया है कि पुलिस अब “मामले की आखिरी कड़ी” तक पहुंच चुकी है और बहुत जल्द पूरी साजिश, आरोपियों की पहचान और हत्या के मकसद का खुलासा किया जाएगा।
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