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दुर्गापुर में कॉलेज कैम्पस के बाहर हुई वारदात
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पुलिस और राष्ट्रीय महिला आयोग जांच में जुटे
भुवनेश्वर। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में शुक्रवार रात ओडिशा की एक मेडिकल छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना ने झंकझोर कर दिया है। छात्रा बालेश्वर जिले के जलेश्वर की निवासी है और फिलहाल इलाज के दौरान गंभीर हालत में है। इस वारदात ने निजी मेडिकल कॉलेजों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वह दूसरी वर्ष की छात्रा की थी।
जानकारी के अनुसार, छात्रा अपने एक मित्र के साथ स्ट्रीट फूड खाने के लिए कॉलेज से बाहर गई थी। इसी दौरान चार से पांच युवकों का एक समूह उन्हें कॉलेज गेट के पास रोककर छात्रा को अस्पताल भवन के पीछे अलग स्थान पर ले गया और हमला किया। घटना के तुरंत बाद छात्रा का मित्र उसे हॉस्टल वापस लेकर गया और परिवार को सूचना दी।
पुलिस जांच और सुरक्षा व्यवस्था
पश्चिम बंगाल पुलिस ने घटना की तत्काल जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान लिये जा रहे हैं। कॉलेज प्रशासन की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था। छात्राओं और छात्रों ने कॉलेज में विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले का इस मामला का स्वतः संज्ञान लिया है और विशेष टीम दुर्गापुर भेजी है। टीम छात्रा से मिलकर जांच की प्रगति पर नजर रख रही है। महिला अधिकार समूहों ने सभी निजी मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग उठाई।
अस्पताल प्रशासन से नहीं मिल रहा सहयोग – पिता
पीड़िता के पिता ने शनिवार को चिंताजनक बयान देते हुए कहा कि उन्हें अस्पताल प्रशासन से किसी भी तरह का सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि उन्हें घटना के बारे में किसी से कोई जानकारी नहीं मिल रही है। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले में चुप्पी साधे हुए है, जबकि यह एक संवेदनशील मामला है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह घटना ओडिशा में हुई होती, तो तुरंत कार्रवाई की जाती।
जान का खतरा भी
एक और विस्फोटक बयान में पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि घटना से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है और उन्हें जान का खतरा भी है।
पूर्व दुष्कर्म मामलों की याद ताजा
यह वारदात 2024 में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई पोस्ट ग्रेजुएट छात्रा की हत्या और सामूहिक दुष्कर्म की याद ताजा कर दी है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर छात्राओं की सुरक्षा सुधार की मांग को बल दिया था।