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5 बंदूकें और 30 गोलियां बरामद
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गिरोह सरगना बचपन से बनना चाहता था गैंगस्टर
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केंदुझर, झारखंड और मयूरभंज के युवाओं को जोड़कर बनाया था गिरोह
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सोशल मीडिया पर अपराध के वीडियो डाल कर फैलाता था डर
केंदुझर। ओडिशा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। केंदुझर पुलिस ने एक अंतरराज्यीय महाकाल गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसके 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 देशी बंदूकें और 30 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। यह कार्रवाई नरनपुर शिव मंदिर के पास की गई, जहां गिरोह के सदस्य बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरोह का सरगना गणेश गिरि, बचपन से ही गैंगस्टर बनने का सपना देखता था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर महाकाल नामक गिरोह बनाया और केंदुझर, झारखंड और मयूरभंज जिलों के युवाओं को अपराध के लिए भर्ती किया। यह गिरोह लूट, हत्या, फिरौती और धमकी जैसी आपराधिक घटनाओं में लिप्त था।
तलवार से केक काटकर दबदबा दिखाने की कोशिश
गणेश गिरि अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अपने अपराधों के वीडियो पोस्ट करता था, जिससे लोगों में डर का माहौल बने। पुलिस के अनुसार, गणेश अक्सर 25 कारों के काफिले के साथ घूमता था और एक बार जोड़ा क्षेत्र में तलवार से केक काटकर अपना दबदबा दिखाने की कोशिश की थी।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस को सूचना मिली थी कि गणेश गिरि और उसके साथी केंदुझर में किसी बड़ी वारदात की तैयारी में हैं। इसके बाद केंदुझर पुलिस की एक विशेष टीम ने नरनपुर शिव मंदिर के पास छापा मारकर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनकी योजना को नाकाम कर दिया।
कई जिलों से जुड़े सदस्य
गिरोह का सरगना गणेश गिरि मयूरभंज जिले का रहने वाला है। गिरफ्तार सदस्यों में से दो झारखंड से, तीन मयूरभंज से और बाकी केंदुझर के जोड़ा व बड़बिल क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि गिरोह लंबे समय से इन जिलों में सक्रिय था और इन पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आरोपियों से पूछताछ जारी
पुलिस ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनसे गिरोह के अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। केंदुझर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह कार्रवाई अपराध नियंत्रण की दिशा में एक बड़ी सफलता है और आने वाले दिनों में इस गिरोह से जुड़े बाकी अपराधियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।