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उप-मुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने किया उद्घाटन
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पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्ध निर्णय को सुनिश्चित करेगा
भुवनेश्वर। अब कोई भी पात्र लाभार्थी राज्य़ सरकार की महत्वकांक्षी सुभद्रा योजना की सहायता से वंचित नहीं रहेगा। यह शिकायत निवारण मॉड्यूल योजना की पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्ध निर्णय को सुनिश्चित करेगा। यह बात उप-मुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने सोमवार को सुभद्रा शिकायत निवारण मॉड्यूल का शुभारंभ करते हुए कही।
महिला एवं बाल विकास विभाग के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में इस मॉड्यूल की शुरुआत की गई। इसका उद्देश्य सुभद्रा योजना से संबंधित शिकायत निवारण प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ एवं सरल बनाना है।
इस मॉड्यूल के तहत सुभद्रा आवेदकों की शिकायतें, जैसे आवेदन अस्वीकार होना या सहायता न मिलना, का त्वरित जांच कर निस्तारण किया जाएगा। ऑनलाइन सुभद्रा पोर्टल अथवा विभिन्न सरकारी स्तरों पर ऑफलाइन दर्ज की गई शिकायतें पहले चरण में ब्लॉक स्तरीय या नगर स्तरीय स्क्रूटिनी समिति के पास जाएंगी। आवश्यकता पड़ने पर संबंधित समिति शिकायतों को क्षेत्रीय जांच के लिए भेजेगी।
क्षेत्रीय जांच रिपोर्ट या समिति की सिफारिश के आधार पर पात्रता संबंधी निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद संबंधित रिपोर्ट जिला स्तरीय या नगर निगम स्तरीय स्क्रूटिनी समिति के पास भेजी जाएगी, जहां अंतिम अनुमोदन का निर्णय होगा। लाभार्थी सुभद्रा पोर्टल पर अपनी शिकायत की स्थिति देख सकेंगे।
गौरतलब है कि अब तक सुभद्रा योजना में 1,09,87,894 आवेदन पंजीकृत हो चुके हैं और एक करोड़ से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा चुकी हैं। वर्तमान में 2,83,264 शिकायतें लंबित हैं, जिनका समाधान इसी शिकायत निवारण मॉड्यूल के माध्यम से किया जाएगा।