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युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी, जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का प्रयास
भुवनेश्वर। युवाओं के बीच एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं आमजन को इसके बारे में अवगत कराने के उद्देश्य से ओडिशा राज्य एड्स नियंत्रण समिति (ओएसएसीएस) द्वारा आज एक राज्यस्तरीय मैराथन “रेड रन” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एचआईवी/एड्स एवं एसटीआई (यौन संक्रामण) के प्रति चलाए जा रहे एक विशेष जन-जागरूकता अभियान का हिस्सा है।
जिलास्तर पर आयोजित हुई मैराथनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया। सुबह पटिया स्थित राजा मधुसूदन देव डिग्री कॉलेज से ओएसएसीएस के प्रोजेक्ट निदेशक डॉ संतोष कुमार स्वाईं, खुर्दा सीडीएमओ डॉ संजय चंद्र राय, रेडक्रॉस सोसायटी के कॉलेज प्रिंसिपल डॉ प्रशांत कुमार राउत तथा अन्य अतिथियों ने ध्वज दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
युवा वर्ग एचआईवी संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील समूह
इस अवसर पर डॉ स्वाईं ने कहा कि वर्तमान में युवा वर्ग एचआईवी संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील समूह के रूप में देखा जा रहा है। युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी, जागरूकता और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला एवं राज्य स्तर पर गण दौड़, क्विज प्रतियोगिता आदि के माध्यम से स्कूली एवं कॉलेज के विद्यार्थियों को जोड़ा गया है। राज्य स्तर पर विजेता प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लेंगे। हाल ही में रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से पूरे राज्य के स्कूलों में क्विज प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें जिला स्तर पर सफल छात्र-छात्राओं ने राज्यस्तरीय क्विज में भाग लिया। केंद्रापड़ा जिले के विजेता छात्र अब क्षेत्रीय स्तर पर हिस्सा लेने जा रहे हैं।
अब तक 700 कॉलेज एवं 800 स्कूलों में रेड रिबन क्लब स्थापित
गौरतलब है कि रेडक्रॉस के सहयोग से राज्य में अब तक 700 कॉलेज एवं 800 स्कूलों में रेड रिबन क्लब स्थापित किए गए हैं। वर्ष 2030 तक एचआईवी/एड्स उन्मूलन कर सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसमें युवाओं की जागरूकता ही सफलता की कुंजी है।
युवाओं की सहभागिता से ही स्वस्थ वातावरण का निर्माण होगा
खुर्दा सीडीएमओ डॉ राय ने कहा कि एचआईवी/एड्स संक्रमण के प्रसार, नियंत्रण और रोकथाम के बारे में स्वयं जागरूक होकर दूसरों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवाओं की सहभागिता से ही स्वस्थ वातावरण का निर्माण होगा और समाज को एचआईवी से मुक्त किया जा सकेगा।
अन्य अतिथियों ने कहा कि यदि छात्र-छात्राएं स्वयं जागरूक होकर समाज में संदेशवाहक बनें, तो इस अभियान में विजय संभव है। एचआईवी/एड्स का कोई स्थायी इलाज उपलब्ध न होने के कारण जागरूकता ही सबसे बड़ा उपाय है। लोगों से अपील की गई कि वे ओएसएसीएस के एड्स विरोधी अभियान से जुड़ें और राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1097 पर कॉल कर सभी संदेह दूर करें।
परिवर्तन लाने में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण
कॉलेज प्रिंसिपल डॉ राउत ने कहा कि स्वास्थ्य सहित किसी भी क्षेत्र में परिवर्तन लाने में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। युवा ही राज्य और देश का भविष्य हैं। उनके छोटे-छोटे प्रयास समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। इस अवसर पर कॉलेज के रेड रिबन क्लब समन्वयक ने सभी सदस्यों से जागरूकता को और तेज करने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में जिंदल स्टील एवं काम्या कंपनी ने सहयोग प्रदान किया। मंच संचालन ओएसएसीएस के संयुक्त निदेशक डॉ डीएस अरविंद ने किया तथा सफलता हेतु सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम ओएसएसीएस की सह-निदेशक स्मृति सागरिका कानूनगो के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। इसमें खुर्दा के डीपीएम विधान चंद्र नायक एवं डैप्सू खुर्दा का सहयोग रहा। प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरुष एवं महिला वर्गों में प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार दिए गए। पुरुष वर्ग में कोरापुट के रवि मुदुली प्रथम एवं खुर्दा के शुभम बेहरा द्वितीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में खुर्दा की पूजा बेहरा प्रथम तथा सानिया पिंगुआ द्वितीय स्थान पर रहीं। ये विजेता आगामी अक्टूबर माह में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे।