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त्रिसुलिया पुल के पास रेत पट्टी पर अटके गाय-बछड़े
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चराई के दौरान बढ़ा पानी, रास्ता बंद
कटक। कटक जिले के काजिपाटणा के पास त्रिसुलिया पुल समीप रेत पट्टी पर शुक्रवार शाम काठजोड़ी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से 20 से अधिक मवेशी, जिनमें गाय और बछड़े शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, मवेशियों को चराने के लिए नदी के किनारे लाया गया था, लेकिन शाम को जलस्तर तेजी से बढ़ने से वापसी का रास्ता कट गया और मवेशी पानी से घिरे एक छोटे से हिस्से पर फंस गए।
हीराकुद से जल छोड़ने से बिगड़े हालात
स्थानीय लोगों ने बताया कि हीराकुद बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से हालात और बिगड़े हैं। जलस्तर और बढ़ने की संभावना के बीच मवेशियों के डूबने का खतरा बना हुआ है।
प्रशासन से तुरंत बचाव की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और अग्निशमन विभाग से तुरंत बचाव अभियान शुरू करने की मांग की है। उनका कहना है कि जरा सी देर होने पर मवेशियों की जान खतरे में पड़ सकती है और मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
24 गेटों से छोड़ा जा रहा पानी
फिलहाल हीराकुद बांध से 24 गेटों के जरिए पानी छोड़ा जा रहा है और मुंडली बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक पानी बह रहा है। इस बीच, ग्रामीण रेत पट्टी पर फंसे मवेशियों पर नज़र रखे हुए हैं और प्रशासनिक हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं।
पिछला साल भी हुआ था ऐसा हादसा
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी सीडीए क्षेत्र के पास लगभग 40 मवेशी नदी की रेत पट्टी पर फंस गए थे, जिन्हें अग्निशमन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक बचाया था।