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समावेशी पद्धति से पशुधन उत्पादन वृद्धि लक्ष्य
भुवनेश्वर। ‘‘समावेशी पद्धति के माध्यम से पशुधन उत्पादन वृद्धि हेतु गोखाद्य को प्रोत्साहन’’ विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भुवनेश्वर स्थित केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान (आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए) में सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री कामधेनु योजना के अंतर्गत ओडिशा सरकार के पशु चिकित्सा प्रशिक्षण संस्थान, मत्स्य एवं पशुधन विकास विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।
आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए की निदेशक डॉ. मृदुला देवी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लिंग-आधारित समावेशी पद्धति पर बल देते हुए प्रतिभागियों से गोखाद्य की खेती को बढ़ावा देने का आग्रह किया। वहीं पशु चिकित्सा प्रशिक्षण संस्थान के उप-निदेशक डॉ राजीव शर्मा ने समन्वित पद्धति से पशुधन क्षेत्र में क्षेत्रीय कर्मियों की क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बताई।
इस प्रशिक्षण में ओडिशा के 26 जिलों से आए कुल 29 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें पारा-वेट्स और गोखाद्य विकास अधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम में उत्पादन वृद्धि, साइलेंज और घास निर्माण के माध्यम से गोखाद्य के मूल्य संवर्धन, चारा-आधारित परिदृश्य में पशु स्वास्थ्य व उत्पादकता सुधार तथा कृषि पद्धति पैकेज पर विषयगत ज्ञान प्रदान किया गया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ओडिशा सरकार के पशुधन विकास विभाग के अंतर्गत राज्य में गोखाद्य संसाधन विकास योजना के लिए एक रिसोर्स हब् का निर्माण करना है। कार्यक्रम का आयोजन आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए के वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ विश्वनाथ साहू के मार्गदर्शन में किया गया।