-
शहर की सुंदरता और राजस्व दोनों में होगी वृद्धि
-
बीएमसी मेयर सुलोचना दास ने किया ऐलान
-
पुलिस थानों और निगम परिसरों से हटेंगी खटारा गाड़ियां
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने शहर के विभिन्न यार्डों और पुलिस थानों में वर्षों से पड़ी जब्त, अनुपयोगी और खटारा गाड़ियों को हटाकर कबाड़ में बेचने की घोषणा की है। मेयर सुलोचना दास ने रविवार को कहा कि इस कदम से शहर की सौंदर्यता बढ़ेगी और साथ ही नगर निगम को अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगा।
मेयर दास ने बताया कि बीएमसी कार्यालयों में वर्षों से पड़ी खराब हो चुकी गाड़ियां और टूटी-फूटी होर्डिंग्स जगह घेर रही हैं। इसी तरह, आरटीओ द्वारा अनुपयोगी घोषित पुराने वाहन भी लंबे समय से पड़े हुए हैं।
इन वाहनों का कोई विकल्प नहीं है, इन्हें कबाड़ में बेचना ही एकमात्र समाधान है।
प्रमुख इलाकों में बदहाल नजारे
अधिकारियों के अनुसार, इन वाहनों में दुर्घटनाग्रस्त कारें, ज़ब्त दोपहिया वाहन और पुरानी जीपें शामिल हैं, जो बीजद नगर जैसे प्रमुख इलाकों में पड़ी हुई हैं। ये न केवल कीमती सार्वजनिक जमीन घेर रही हैं बल्कि अपराधियों के अड्डे में भी तब्दील हो रही हैं।
मेयर ने कहा कि ये वाहन न सिर्फ जमीन घेरे हुए हैं, बल्कि असामाजिक तत्वों के लिए ठिकाना भी बन रहे हैं।
पुलिस से तालमेल
मेयर ने स्पष्ट किया कि पुलिस थानों के परिसरों में पड़ी गाड़ियों को हटाने के लिए कमिश्नरेट पुलिस से तालमेल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विषय पर पूर्व पुलिस आयुक्त से चर्चा हो चुकी थी और अब नवनियुक्त आयुक्त को औपचारिक पत्र भेजा जाएगा। पुरानी पुलिस जीपें और वाहन कबाड़ में बेचने का अनुरोध किया जाएगा।
राजस्व और शहर का सौंदर्यीकरण
बीएमसी का मानना है कि इन वाहनों को हटाने से बड़ी मात्रा में जमीन खाली होगी, जिससे शहर की अव्यवस्था कम होगी और साथ ही कबाड़ बिक्री से महत्वपूर्ण राजस्व भी प्राप्त होगा। इसके अलावा, निगम पुराने होर्डिंग्स और टूटे-फूटे बीएमसी संपत्तियों को भी हटाने की योजना बना रहा है, ताकि भुवनेश्वर को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रूप दिया जा सके।