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मालकानगिरि में राष्ट्रीय राजमार्ग का पुल जलमग्न
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कोरापुट में भूस्खलन से सड़क संपर्क बाधित
भुवनेश्वर। निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव से हो रही लगातार बारिश ने ओडिशा के दक्षिणी जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सबसे अधिक असर मालकानगिरि और कोरापुट जिलों में देखने को मिला, जहां सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया।
शुक्रवार को मालकानगिरि जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-326 पर स्थित एमवी-96 पुल 3 से 4 फीट पानी में डूब गया। इससे मालकानगिरि, मोटू और जयपुर के बीच यातायात पूरी तरह ठप हो गया। चूंकि यह पुल आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी जुड़ा है, इसलिए अंतर्राज्यीय परिवहन भी प्रभावित हुआ। यात्री बसें और आवश्यक वस्तुओं से भरे ट्रक पुल के दोनों ओर फंसे रहे। इस अवरोध ने जिले में रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
कोरापुट में भूस्खलन से संकट गहराया
इधर कोरापुट जिले में लगातार बारिश से बिजाघाटी–केरेंगा पहाड़ी मार्ग पर भूस्खलन हो गया। मिट्टी और मलबे का ढेर सड़क पर गिरने से दामनजोड़ी और नारायणपाटना का संपर्क टूट गया। स्थानीय लोग और वाहन पहाड़ी रास्तों में फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन ने मलबा हटाने का काम शुरू किया है, लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश राहत कार्यों में बाधा बन रही है।
वाहनों की आवाजाही ठप, यात्री फंसे
अचानक हुए इस भूस्खलन से दोनों ओर बसें, ट्रक और छोटे वाहन फंस गए। स्थानीय लोगों के अनुसार तड़के सुबह यह घटना हुई, जिसके बाद से अब तक कोई वाहन उस मार्ग से नहीं गुजर सका है। कार्यालय जाने वाले कर्मचारी और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि वैकल्पिक रास्ते या तो बेहद लंबे हैं या पहाड़ी इलाकों के कारण असुरक्षित हैं।
प्रशासन और दमकल विभाग मौके पर
मामले की सूचना मिलते ही ब्लॉक प्रशासन, तहसील अधिकारी और अग्निशमन कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार मलबा हटाने के लिए खुदाई मशीनों की मदद ली जाएगी। हालांकि, लगातार जारी बारिश के कारण रास्ता बहाल करने का काम धीमा पड़ सकता है।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग और उत्तर आंध्र प्रदेश–दक्षिण ओडिशा तट पर बने निम्न दबाव के कारण राज्य में भारी बारिश हो रही है। विभाग ने 16 अगस्त तक राज्यभर में भारी वर्षा की संभावना जताई है। क्षेत्रीय केंद्र ने मालकानगिरि और कोरापुट जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की है, जहां 7 से 20 सेंटीमीटर तक वर्षा की आशंका है। राज्य के शेष 28 जिलों को पीली चेतावनी के दायरे में रखा गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएँ भी चल सकती हैं।
किसानों और मछुआरों को सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने कहा है कि लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में जलभराव, सड़क अवरोध और संचार बाधित होने की स्थिति पैदा हो सकती है। विशेषकर पहाड़ी और निचले क्षेत्रों में भूस्खलन व पानी भरने की आशंका है। किसानों और मछुआरों को इस दौरान विशेष सावधानी बरतने और जोखिम से बचने की सलाह दी गई है।