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निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह
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स्थिति पर प्रशासन की कड़ी नजर
संबलपुर। ओडिशा के हीराकुद बांध में जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही लगातार और भारी बारिश के कारण बांध में पानी का प्रवाह तेज हो गया है। इसी को देखते हुए बांध प्रबंधन ने शनिवार को 20 जलद्वार खोलकर अतिरिक्त पानी छोड़ा। आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को हीराकुद जलाशय में जलस्तर 610.21 फीट तक पहुंच गया, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता 630 फीट है।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऊपर से आ रहे भारी जलप्रवाह को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण के लिए जल छोड़ना जरूरी हो गया है। हालांकि अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी तरह के खतरे की आशंका नहीं जताई गई है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले कुछ दिनों में बारिश और जलप्रवाह की मात्रा के अनुसार जलद्वारों को बंद या खोला जा सकता है। निचले और नदी किनारे बसे इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
किनारे बसे क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश
महानदी नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने पहले से ही आवश्यक एहतियाती उपाय लागू कर दिए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। विशेष राहत आयुक्त ने संभावित प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को सतर्क रहने और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
सुंदरगढ़ में बाढ़ का कहर
पिछले 48 घंटों से जारी मूसलधार बारिश ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले को बुरी तरह प्रभावित किया है। शहर के निचले इलाकों में कमर तक पानी भर गया है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। दो दिन पहले शुरू हुई बारिश के कारण सुंदरगढ़ शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है। रानी बगिचा जैसे इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए हैं, जहां घरों के भीतर तक पानी घुस चुका है। लोगों को जरूरी सामान तक लाने-ले जाने में भारी परेशानी हो रही है। अधिकांश घरों के भूतल जलमग्न हो चुके हैं और लोग छत या ऊपरी मंजिलों में शरण लेने को मजबूर हैं।
महादेवपाड़ा और ग्रामीण इलाकों में खेत-बाजार सब जलमग्न
शहर से लगे महादेवपाड़ा और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेत, नाले और सड़कों पर पानी भर चुका है। इससे एक ओर जहां फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, वहीं दूसरी ओर बीमारी फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है। एक बुजुर्ग निवासी ने बताया कि बारिश लगातार हो रही है और हमारे घरों में पानी घुसता जा रहा है। हम पिछले दो दिनों से ऊपरी मंजिल पर ही रह रहे हैं क्योंकि नीचे पूरा हिस्सा डूब चुका है।
निकासी व्यवस्था चरमराई, जल पंप भी बेअसर
नगरपालिका द्वारा जल निकासी के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन भारी वर्षा के सामने ये प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। पंपिंग सिस्टम सीमित इलाकों में ही लगाए गए हैं, और वहां भी वे कुछ ही घंटों तक चलते हैं। जैसे ही पंप बंद होता है, लगातार बारिश के कारण पानी फिर से भरने लगता है। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि कुछ मुख्य इलाकों में ही पंप लगे हैं और वहां भी वे पूरे समय नहीं चल रहे। बारिश थम नहीं रही, इसलिए निकासी से पहले जितना पानी निकाला जाता है, उतना ही वापस भर जाता है।
सुंदरगढ़ ऑरेंज अलर्ट पर, और बारिश की चेतावनी
सुन्दरगढ़ उन 10 जिलों में शामिल है जिन्हें ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है। इसका मतलब है कि जिले में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं, विशेषकर उन इलाकों में जहां जलभराव पहले से है या जल निकासी की व्यवस्था कमजोर है। राहत और बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि हालात और बिगड़ने से पहले जरूरी कार्रवाई की जा सके।