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पूर्वी भारत के वस्त्र हब के रूप में ओडिशा का उदय

  •  ओडिशा टेक्स 2025 में 33 ऐतिहासिक समझौते

  •  7,808 करोड़ का निवेश और 53,300 रोजगार अवसर होंगे सृजित

भुवनेश्वर। ओडिशा ने पूर्वी भारत को वस्त्र उद्योग का केंद्र बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। भुवनेश्वर में आयोजित ओडिशा टेक्स 2025 ने राज्य को देश के वस्त्र और परिधान उद्योग मानचित्र पर एक मजबूत पहचान दिलाई है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य को “पूर्वी भारत का वस्त्र हब” घोषित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
कार्यक्रम में 33 रणनीतिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे राज्य में 7,808 करोड़ रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इन निवेशों से 53,300 से अधिक लोगों के लिए रोजगार सृजित होने की संभावना है। इस सम्मेलन में पेज इंडस्ट्रीज, केपीआर मिल्स, स्पोर्टकिंग, अनुभव अपैरल्स, बी.एल. इंटरनेशनल और फर्स्ट स्टेप बेबी वियर सहित 160 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया।
यह आयोजन पूर्वी भारत का सबसे बड़ा वस्त्र एवं परिधान उद्योग सम्मेलन है, जिसका आयोजन ओडिशा सरकार द्वारा किया गया।इसमें देश-विदेश से आए 650 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें वैश्विक ब्रांड्स, अग्रणी वस्त्र और परिधान कंपनियां, निवेशक, प्रौद्योगिकी प्रदाता, स्टार्टअप्स और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल थे।
नीतिगत सुधार और श्रमिकों के लिए प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने ओडिशा टेक्सटाइल और टेक्निकल टेक्सटाइल्स पॉलिसी 2022 के तहत पुरुष श्रमिकों के लिए मासिक रोजगार लागत सब्सिडी 5,000 से बढ़ाकर 6,000 और महिला श्रमिकों के लिए 6,000 से बढ़ाकर 7,000 रुपये करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा टेक्स अब हर वर्ष आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्य की पारंपरिक हस्तकरघा विरासत और आधुनिक वस्त्र तकनीकों का प्रदर्शन होगा।
नई टेक्सटाइल क्लस्टर और पार्क की स्थापना
राज्य सरकार ने बलांगीर, केंदुझर, संबलपुर, जगतसिंहपुर, गंजाम और कटक जिलों में नए वस्त्र क्लस्टरों की स्थापना की योजना बनाई है। साथ ही दो अत्याधुनिक टेक्सटाइल और फुटवियर पार्क विकसित किए जाएंगे, जिनमें प्लग एंड प्ले सुविधाएं होंगी। श्रमिकों के लिए आधुनिक हॉस्टल भी बनाए जाएंगे, जिससे औद्योगिक स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।
विशेष कार्यबल की घोषणा और निवेश प्रक्रिया में तेजी
राज्य सरकार ने निवेश के त्वरित क्रियान्वयन और सरकारी सहयोग सुनिश्चित करने हेतु एक विशेष कार्यबल (टास्क फोर्स) के गठन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक 1 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन करना है।
उद्योग और हस्तकरघा मंत्रियों की सहभागिता
राज्य के उद्योग मंत्री संपद चंद्र स्वाईं ने कहा कि ओडिशा टेक्स 2025 वस्त्र उद्योग में एक नए युग की शुरुआत है, और हमारी ‘चीन+1’ रणनीति व निवेश-अनुकूल नीतियां ओडिशा को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना रही हैं।
वहीं हस्तकरघा, वस्त्र एवं हस्तशिल्प मंत्री प्रदीप बल सामंत ने कहा कि सरकार का उद्देश्य आधुनिक वस्त्र निवेशों को आकर्षित करना और साथ ही पारंपरिक बुनकरों को सशक्त करना है। उन्होंने परंपरागत हस्तकरघा को आधुनिक बाजार से जोड़ने की प्रतिबद्धता जताई।
ओडिशा टेक्स 2025 बना वस्त्र क्षेत्र का परिवर्तनकारी मंच
यह आयोजन केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि ओडिशा की नई औद्योगिक दृष्टि का परिचायक बना। आधुनिक बुनियादी ढांचा, निवेश के लिए आकर्षक नीतियां, कुशल श्रमबल और सरकार की प्रतिबद्धता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ओडिशा अब न केवल पूर्वी भारत, बल्कि पूरे देश के वस्त्र उद्योग में अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार है।
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