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वेबिनार के माध्यम से रक्तदान के प्रति बढ़ायी जागरुकता
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प्रतिभागियों को बताये गये रक्तदान के फायदे
भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के दौरान रक्त की संकट को दूर करने के लिए अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन का प्रयास रंग लगाया है. ओडिशा में आयोजित रक्तदान शिविरों में 932 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ है. उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के तत्वाधान में राष्ट्रीय अध्यक्ष शारदा लखोटिया, राष्ट्रीय नेत्रदान प्रमुख संध्या अग्रवाल के निर्देशानुसार व मार्ग दर्शन से प्रांतीय अध्यक्ष ललिता अग्रवाल एवं प्रांतीय नेत्रदान प्रमुख अंजू मित्तल के नेतृत्व में रक्तदान अभियान एक से 30 जून तक चला. इसके तहत ओडिशा की लगभग सभी शाखाओं ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कारण वर्तमान में जीवन में इतने परिवर्तन आ रहे हैं.
कोरोना काल की विकट परिस्थितियों में समाज में थैलेसीमिया व अन्य मरीजों के लिए रक्त की सख्त जरूरत है. इसके देखते हुए रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया था. ओडिशा में रक्तदान शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन लगभग सभी शाखाओं द्वारा किया गया. पूरे प्रदेश में 932 यूनिट रक्त संग्रहित हुआ. उसके साथ-साथ पूरे प्रांत में रक्तदान के प्रति जागरूकता लाने व रक्तदान कितना आवश्यक है, किस उम्र के लोग किन-किन परिस्थितियों में रक्तदान करना संभव है और इसके फायदे आदि सभी बातों के विस्तृत जानकारी देने के लिए ओडिशा प्रान्त द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर वेबिनार का आयोजन किया गया. इसके मुख्यवक्ता बरगढ़ से डॉ प्रवीण अग्रवाल थे. 100 से अधिक सदस्यों ने इसका लाफ़ उठाया.
कोविड-19 के नियमों, प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर, समाज व परिवार के सहयोग से ओडिशा प्रान्त की विभिन्न शाखाओं द्वारा 932 यूनिट रक्त संग्रह किया गया. इसकी सब सराहना कर रहे हैं.