भुवनेश्वर, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को भुवनेश्वर के बरमुण्डा मैदान में आयोजित ‘संविधान बचाओ समावेश’ रैली में केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार गरीब, किसान, आदिवासी, महिलाएं और युवाओं की नहीं, बल्कि कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों विशेष रूप से गौतम अडाणी के हितों की रक्षा करने में लगी है।
हजारों की संख्या में मौजूद कांग्रेस समर्थकों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान की रक्षा के बजाय सत्ता को बनाए रखने के लिए लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में अचानक नए मतदाताओं के नाम जुड़ने पर सवाल उठाते हुए कहा, “बिहार में भी अब यही तरीका अपनाया जा रहा है। मैंने इस पर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदाता सूची की जांच और वीडियोग्राफी की मांग की थी, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया।”
गौतम अडाणी का नाम लेते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि पुरी में भगवान जगन्नाथ की पवित्र रथयात्रा को बीच में रोक दिया गया ताकि अडाणी और उनके परिवार की सुविधा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा, “जब लाखों भक्त रथ खींच रहे थे, तब धार्मिक भावना नहीं, बल्कि एक उद्योगपति की सुविधा सर्वोपरि थी।”
राहुल गांधी ने ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “राज्य में अब तक 40,000 से अधिक महिलाएं लापता हो चुकी हैं और प्रतिदिन औसतन 15 महिलाओं पर अपराध हो रहे हैं, लेकिन सरकार मौन बनी हुई है।”
उन्होंने आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा पर जोर देते हुए कहा, “सरकार बिना सलाह-मशविरा किए आदिवासियों को उनकी ज़मीन से हटाने का प्रयास कर रही है, जबकि ये अधिकार उनके संवैधानिक और सांस्कृतिक अधिकार हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने अब तक आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए बनाए गए पेसा कानून को लागू नहीं किया है।
गांधी ने जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे वंचित तबकों विशेषकर दलितों और पिछड़ों को सरकारी सेवाओं और नौकरियों में उचित प्रतिनिधित्व मिल सकेगा। उन्होंने तेलंगाना में कांग्रेस सरकार द्वारा लागू जातिगत जनगणना का उदाहरण दिया और इसे ओडिशा में भी लागू करने की वकालत की।
राहुल गांधी ने ओडिशा के ड्राइवरों की हड़ताल को समर्थन देते हुए कहा कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और सरकार को उनकी मांगों पर तुरंत विचार करना चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसने यूनियन पर दबाव बनाकर कांग्रेस की रैली में बाधा डालने की कोशिश की, लेकिन यूनियन ने हड़ताल एक दिन के लिए स्थगित कर लोकतंत्र और अधिकारों के पक्ष में खड़ा होने का साहस दिखाया।
रैली के अंत में राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “आप ओडिशा के बब्बर शेर हैं। किसी से डरिए मत। महात्मा गांधी और हमारे महान नेताओं की विरासत आपके खून में है। आगे बढ़िए और इस लड़ाई को लोकतंत्र व न्याय के लिए जीतिए।”
राहुल गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। तीनों नेता सुबह 11:30 बजे भुवनेश्वर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे रैली स्थल पहुंचे।