भुवनेश्वर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘संविधान बचाओ यात्रा‘ के तहत ओडिशा दौरे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखा राजनीतिक हमला बोला है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि यह यात्रा संविधान की रक्षा से अधिक कांग्रेस पार्टी को पुनर्जीवित करने का प्रयास है।
शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में ओडिशा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी की रैली को एक “राजनीतिक नाटक” करार दिया और कहा कि कांग्रेस अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए इस तरह के अभियानों का सहारा ले रही है।
ओडिशा भाजपा के उपाध्यक्ष बिरंची नारायण त्रिपाठी ने कहा, “कांग्रेस हताशा की स्थिति में है। पार्टी ने राज्य की जनता से अपना संपर्क खो दिया है। यह ‘संविधान बचाओ’ नहीं बल्कि ‘कांग्रेस बचाओ’ अभियान है।”
भाजपा ने कांग्रेस पर दोहरापन का आरोप लगाते हुए कहा कि वही पार्टी है जिसने राजनीतिक लाभ के लिए संविधान में बार-बार संशोधन किए और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया। पार्टी ने कांग्रेस को “परिवार संचालित संगठन” बताया, जो नेहरू से लेकर इंदिरा, सोनिया, राहुल, और अब प्रियंका और उनके पति तक, गांधी परिवार के हाथों में केंद्रित है।
त्रिपाठी ने कहा, “अगर किसी ने लोकतंत्र की हत्या की है, तो वह कांग्रेस है। यह वह पार्टी है जहां आंतरिक लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधते हुए भाजपा नेताओं ने भारत के राष्ट्रपति के प्रति कथित ‘असम्मान’ को लेकर सार्वजनिक माफी की मांग की।
अब तक कांग्रेस की ओर से इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भाजपा के बयान से भुवनेश्वर में आयोजित राहुल गांधी की रैली और ‘संविधान बचाओ यात्रा‘ के इर्द-गिर्द राजनीतिक माहौल गरमा गया है।