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धर्मेन्द्र प्रधान ने राष्ट्र निर्माण में भूमिका की सराहना की
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 77वें स्थापना दिवस के अवसर पर परिषद के समर्पित कार्यकर्ताओं और समस्त छात्र समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री माझी ने अपने संदेश में कहा कि “ज्ञान, चरित्र और एकता” के मूलमंत्र के साथ विद्यार्थी परिषद भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के अनुरूप राष्ट्रचेतना के निर्माण और विद्यार्थियों के बीच राष्ट्रप्रेम की भावना को मजबूत करने का कार्य कर रही है। उन्होंने परिषद द्वारा राष्ट्रसेवा के क्षेत्र में किए गए योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन युवाओं को जागरूक, संगठित और प्रेरित करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
इधर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर परिषद परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
अपने सोशल मीडिया संदेश में उन्होंने एबीवीपी की राष्ट्र निर्माण में भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में राष्ट्रभक्ति, सामाजिक जागरूकता और संगठन शक्ति का बीजारोपण करने वाली यह संस्था विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि आपातकाल के कठिन समय से लेकर सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा और सांस्कृतिक जागरण तक एबीवीपी ने सदैव राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि रखते हुए युवाओं को जागरूक और संगठित किया है।
मंत्री प्रधान ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्वयं इस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “ज्ञान, शील और एकता” के मंत्र के साथ एबीवीपी ने राष्ट्र निर्माण की दिशा में अनेक प्रेरणादायी कार्य किए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता भविष्य में और अधिक ऊर्जा, विचार और संकल्प के साथ ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में जुटा रहेगा।