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विभागीय समन्वय को मजबूत करने और सेवा-केंद्रित मॉडल अपनाने पर दिया गया जोर
भुवनेश्वर। ओडिशा में मेगा पाइप्ड वाटर सप्लाई परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अंतर्विभागीय समन्वय को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक उच्चस्तरीय बैठक लोकसेवा भवन, भुवनेश्वर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राज्य सरकार की विकास आयुक्त-सह-अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती अनु गर्ग ने की। बैठक में पंचायती राज एवं पेयजल, ग्रामीण विकास, लोक निर्माण, वन एवं पर्यावरण, ऊर्जा विभागों के सचिवों, अभियंता-इन-चीफ, तकनीकी प्रमुखों सहित नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में वर्तमान परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को निर्देश दिया गया कि वे एक माह के भीतर लंबित समस्याओं का समाधान करें। बेहतर समन्वय के लिए विभागीय अधिकारियों का एक व्हाट्सएप समूह बनाया गया है और प्रत्येक सप्ताह या पखवाड़े में संयुक्त समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी।
जमीनी स्तर पर कार्य-प्रबंधन सुदृढ़ करने के लिए जिला स्तरीय प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट्स स्थापित की जाएंगी। साथ ही, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जल गुणवत्ता जांच के लिए फील्ड टेस्टिंग किट सुरक्षित सैंपलिंग और जल जीवन मिशन ऐप के माध्यम से रिपोर्टिंग के प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ग्रामीण जलापूर्ति को अवसंरचना-आधारित मॉडल से हटाकर सेवा-केंद्रित प्रणाली में परिवर्तित करने की आवश्यकता है। इसके लिए विभाग राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं का अध्ययन कर एक प्रस्ताव तैयार करेगा जिससे संस्था की संरचना को दक्ष, उत्तरदायी और टिकाऊ बनाया जा सके।