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सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे
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सरकार ने जारी किया बयान
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हीराकुद और रेंगाली डैम के गेट खोलने का अभी कोई निर्णय नहीं, जलस्तर नियंत्रण में
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने शनिवार को स्पष्ट किया है कि राज्य में इस समय कहीं भी बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है और सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। जल संसाधन विभाग और अन्य संबंधित विभाग लगातार निगरानी कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की घबराहट की आवश्यकता नहीं है।
हीराकुद डैम में मामूली वृद्धि, लेकिन खतरे की स्थिति नहीं
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हीराकुद जलाशय में जलस्तर में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन यह कोई गंभीर चिंता का कारण नहीं है। हीराकुद या रेंगाली जलाशयों के गेट बाढ़ प्रबंधन के लिए खोलने का फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
जल संसाधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, इसलिए गेट खोलने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि आवश्यकता हुई तो वास्तविक समय के आंकड़ों के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
आईएमडी ने भी नहीं दी भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में अगले कुछ दिनों में किसी बड़ी या लगातार भारी वर्षा की संभावना नहीं जताई है, जिससे नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो।
दक्षिण ओडिशा की नदियों की स्थिति भी सामान्य
दक्षिण ओडिशा की इंद्रावती और बंसाधारा नदियों की स्थिति भी स्थिर बताई गई है। इन नदियों में जलस्तर सामान्य है और आसपास के सभी जलाशयों की नियमित निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कुछ गेट जैसे कालमा के गेट खोले भी जाते हैं, तो वह केवल जल प्रबंधन के नियमित हिस्से के रूप में होंगे, न कि किसी बाढ़ आपात स्थिति के कारण।
धार्मिक परंपरा के तहत कल खोले जाएंगे हीराकुद के 6 गेट
हीराकुद डैम के छह गेट रविवार को कुछ समय के लिए खोले जाएंगे, लेकिन इसका कारण जलस्तर में वृद्धि नहीं, बल्कि स्थानीय धार्मिक परंपरा के अनुसार जलपूजन से जुड़ा अनुष्ठान है। इन गेटों को पानी छोड़ने के तुरंत बाद बंद कर दिया जाएगा।
सरकार की अपील: अफवाहों से बचें
राज्य सरकार ने जनता से अपील की है कि वे बाढ़ संबंधी अफवाहों या भ्रामक सूचनाओं से बचें और केवल सरकारी स्रोतों द्वारा जारी अपडेट पर ही विश्वास करें। जल संसाधन विभाग ने कहा है कि राज्य के सभी बांधों, नदियों और जलाशयों की 24×7 निगरानी की जा रही है। साथ ही आपातकालीन दल अलर्ट मोड में हैं और जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। राज्य में इस समय किसी प्रकार की बाढ़ की आशंका नहीं है और सरकार सभी आवश्यक उपायों को अपनाकर स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण बनाए हुए है।