भुवनेश्वर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने युगद्रष्टा और युवाओं के पथप्रदर्शक स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मंत्री प्रधान ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि युवाशक्ति के पथप्रदर्शक, युगप्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी को उनके निर्वाण दिवस पर श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। स्वामी विवेकानंद जी ने अपने प्रखर विचारों और तेजस्वी नेतृत्व से न केवल भारतीय संस्कृति को विश्वमंच पर स्थापित किया, बल्कि भारत के युवाओं में स्वाभिमान, आत्मविश्वास और राष्ट्रभक्ति की ज्योति प्रज्वलित की।
उन्होंने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद का यह दृढ़ विश्वास था कि यदि देश का युवा चरित्रवान, आत्मनिर्भर और राष्ट्रभक्त हो, तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई शक्ति रोक नहीं सकती।
प्रधान ने स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध उद्घोष “उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” को उद्धृत करते हुए कहा कि यह वाक्य आज भी युवाओं के अंतर्मन में ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन संदेश हर भारतीय के लिए प्रेरणा का प्रकाशस्तंभ है, जो राष्ट्र निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन करता रहेगा।